पटना, 8 अगस्त (आईएएनएस)। लोकसभा में सरकार द्वारा पेश वक्फ संशोधन विधेयक पर विपक्ष के विरोध को लेकर भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष दिलीप जायसवाल ने बयान दिया। उन्होंने कहा कि सही अर्थों में कांग्रेस और उसके सहयोगी दल तुष्टिकरण की राजनीति में उलझे हुए हैं। यही कारण है कि उन्हें देश के हित का पता नहीं चल पा रहा है।उन्होंने कहा कि वर्तमान समय में वक्फ बोर्ड से जुड़ी कई समस्याएं और विवाद सामने आ चुके हैं, जिनका समाधान इस संशोधन बिल के माध्यम से संभव होगा। यह बिल न केवल वर्तमान समय की मांग है, बल्कि भविष्य के लिए भी अति आवश्यक है। विपक्ष इस बिल का विरोध कर अल्पसंख्यकों को डराने की कोशिश कर रहा है। बिल में किया जा रहा संशोधन मुसलमान विरोधी नहीं है।
उन्होंने कहा कि इस संशोधन बिल से पारदर्शिता आएगी। लेकिन, विपक्ष के लोग भ्रम फैला रहे हैं। इस बिल का समर्थन करना देशहित में है और जो लोग इसका विरोध कर रहे हैं, वे देश की एकता और अखंडता के खिलाफ काम कर रहे हैं।
बिहार के उप मुख्यमंत्री सम्राट चौधरी ने कहा कि वोटबैंक की राजनीति और तुष्टिकरण की नीति के तहत कांग्रेस सहित अन्य विपक्षी पार्टियां वक्फ संशोधन बिल का विरोध कर रही है। उन्होंने मुख्यमंत्री नीतीश कुमार और उनके दल को वक्फ संशोधन बिल का समर्थन करने के लिए धन्यवाद दिया है। उन्होंने जदयू के बयान का स्वागत किया है कि यह बिल मुस्लिम विरोधी नहीं, बल्कि, एक निरंकुश संस्था को कानून में बांधने के लिए लाया गया है।
उन्होंने कहा कि वक्फ एक्ट में संशोधन सच्चर कमेटी की रिपोर्ट के आधार पर किया गया है। सच्चर कमेटी की रिपोर्ट में बताया गया था कि वक्फ बोर्ड की जितनी भी परिसंपत्तियां हैं, उससे सिर्फ 163 करोड़ की ही आमदनी होती है। यदि वक्फ परिसंपत्तियों का उचित तरीके से रखरखाव किया गया होता तो इससे 12 हजार करोड़ रुपये सालाना आय अर्जित हुई होती। कोई पहली बार वक्फ एक्ट में संशोधन नहीं किया जा रहा है, वर्ष 2013 में भी वक्फ एक्ट में बदलाव किया गया था।
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