सिरसा, 9 (आईएएनएस)। हरियाणा के मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने पहलवान विनेश फोगाट का हौसला बढ़ाया है। उन्होंने विनेश को रजत पदक विजेता खिलाड़ी के रूप में सम्मान देने का ऐलान किया है। सीएम के इस फैसले का इंडियन नेशनल लोकदल (इनेलो) नेता अभय चौटाला ने विरोध किया है।
अभय चौटाला ने कहा कि, "मुख्यमंत्री नायब सिंह सैनी ने विनेश फोगाट का मनोबल तोड़ने के लिए इस किस्म की बात कही है। उन्हें अपनी बात पर फिर से विचार करना चाहिए। सीएम को तुरंत ऐलान करना चाहिए कि हम विनेश फोगाट को गोल्ड मेडलिस्ट के रूप में सम्मानित करेंगे।"
उन्होंने कहा कि, "हरियाणा के पूर्व मुख्यमंत्री और कांग्रेस नेता भूपेंद्र हुड्डा ने भी इस मामले पर राजनीति की है। हुड्डा ने कहा था कि विनेश फोगाट पेरिस ओलंपिक में गोल्ड मेडल जीतकर आतीं तो हम उन्हें राज्यसभा भेजते। मैं उनसे पूछना चाहता हूं कि जब जैवलिन थ्रो में नीरज चोपड़ा ने गोल्ड मेडल जीता था, तब भी राज्यसभा का चुनाव था। उस वक्त भूपेंद्र हुड्डा को इस बात का ख्याल क्यों नहीं आया था?"
"हरियाणा का लड़का जिसने पूरी दुनिया में भारत का नाम रोशन किया, उसे कांग्रेस की तरफ से राज्यसभा में क्यों नहीं भेजा गया? तब तो उन्होंने अपने लड़के को राज्यसभा के लिए आगे कर दिया था। आगामी विधानसभा चुनाव के चलते भूपेंद्र हुड्डा ऐसी बात कर रहे हैं। इसमें राजनीति करने के बजाय खिलाड़ियों का हौसला बढ़ाना चाहिए।"
उन्होंने आगे कहा कि, "इस देश के अंदर सबसे पहले खिलाड़ियों के लिए पहल चौधरी ओम प्रकाश चौटाला ने की थी। साल 2000 में ओम प्रकाश चौटाला ने ऐलान किया था कि हरियाणा से संबंध रखने वाला हमारा कोई भी खिलाड़ी गोल्ड जीतकर आएगा, तो उसे 1 करोड़ रुपए की राशि उपहार स्वरूप दी जाएगी। उससे पहले केंद्र और राज्य सरकार की तरफ से खिलाड़ियों को कोई पैसा नहीं दिया जाता था।"
मालूम हो कि, पूर्व मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा ने कहा था कि हरियाणा में राज्यसभा की एक सीट खाली है। यदि हमारे पास बहुमत होता तो मैं विनेश फोगाट को राज्यसभा में भेजता, इससे अन्य खिलाड़ियों को प्रोत्साहन मिलता।
गौरतलब है कि विनेश फोगाट पेरिस ओलंपिक में अयोग्य होकर बाहर हो गई थीं।वह फाइनल में पहुंच गईं थी और गोल्ड मेडल से सिर्फ एक कदम दूर थीं। पेरिस ओलंपिक में डिस्क्वालीफाई होने के बाद विनेश फोगाट ने कुश्ती को हमेशा के लिए अलविदा कह दिया।
--आईएएनएस
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