💎 आज के बाजार में सबसे स्वस्थ कंपनियों को देखेंशुरू करें

वक्फ बोर्ड के सदस्यों की रस्साकशी से इमामों की तनख्‍वाह में आती है बाधा : इमाम महफूज रहमान

प्रकाशित 14/08/2024, 05:04 am
वक्फ बोर्ड के सदस्यों की रस्साकशी से इमामों की तनख्‍वाह में आती है बाधा : इमाम महफूज रहमान

नई दिल्ली, 13 अगस्त (आईएएनएस)। वक्फ बोर्ड के अंतर्गत दिल्ली में मस्जिदों के इमामों की तनख्वाह कुछ सालों से रुकी हुई थी। लेकिन 5-5 महीनों की तीन किश्त में कुछ इमामों की तनख्वाह को जारी किया गया। पर अभी भी इनको समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।

इस मसले पर दिल्ली के मस्जिद इमाम कटरा नील के इमाम महफूज रहमान ने कहा कि चार पांच साल से इमामों की तनख्वाह रुकती ही रही है। जब से अमानतुल्ला साहब वक्‍फ के चेयरमैन बने, तब से इमामों की तनख्वाह नहीं मिली है। हालांकि जब वो आए तो इस मसले को लेकर हम दिल्ली के मुख्यमंत्री अरविंद केजरीवाल से भी म‍िले और तनख्वाह में इजाफा की बात की।

सीएम केजरीवाल ने तनख्वाह में इजाफा भी किया। लेकिन उसके बाद कुछ ज्यादा ही कर्मचार‍ियों को भर्ती कर दिया गया। इसमें कुछ प्राइवेट इमाम भी भर्ती किए गए, लेकिन जो वक्फ के इमाम हैं, जो रेगुलर इमाम हैं, उनको तनख्वाह शुरू से वक्फ बोर्ड से मिलती रही, लेकिन बाद में वक्फ के इमाम को नजरअंदाज किया जाने लगा।

उन्होंने कहा कि जो इमाम 2018 में आए उन्हें उस साल की तनख्‍वाह मिली, लेकिन 2019 और 2020 में तनख्वाह को रोक दिया गया। साल 2021 में हम लोगों को आवाज उठाना पड़ी। इसमें सभी इमाम तीन दिन तक वक्फ बोर्ड के बाहर बैठे और धरना दिया। इसके बाद हमें साल 2021 की तनख्वाह मिली। लेक‍िन साल 2022 की तनख्वाह अभी तक रुकी हुई है।

उन्होंने कहा कि वक्फ बोर्ड के सदस्यों की रस्साकशी की वजह से इमाम लोग परेशान हैं। कई साल से तनख्‍वाह में कोई भी इजाफा नहीं हुआ है। इतनी महंगाई में परिवार के साथ गुजारा करना बेहद मुश्किल हो रहा है। हम लोग उधार लेकर दिन काट रहे हैं और कर्ज में डूबे हुए हैं।

2023 के बाद से पांच-पांच महीने बाद इमामों को तनख्वाह मिलती है। लेकिन 2022 की तनख्वाह अभी रुकी हुई है। वक्फ के साथ-साथ हुकूमत भी इमामों को तवज्जो नहीं दे रही है। अगर हमारी एक साल की तनख्वाह मिल जाएगी, तो हम लोगों को सहूलियत मिल जाएगी। सरकार की तरफ से अब तक कोई जवाब नहीं आया है। अब तक हम लोगों की समस्या का कोई हल नहीं निकला।

--आईएएनएस

एकेएस/सीबीटी

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित