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सुलतानगंज-अगुवानी पुल ढहने पर जदयू विधायक ने अपनी ही सरकार पर उठाए सवाल, सीबीआई जांच की मांग

प्रकाशित 17/08/2024, 11:40 pm
सुलतानगंज-अगुवानी पुल ढहने पर जदयू विधायक ने अपनी ही सरकार पर उठाए सवाल, सीबीआई जांच की मांग
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पटना, 17 अगस्त (आईएएनएस)। बिहार के भागलपुर में सुल्तानगंज-अगुवानी गंगा नदी पर निर्माणाधीन पुल शनिवार को गिर गया। इस पुल के गिरने पर जदयू विधायक डॉ. संजीव कुमार ने अपने ही सरकार पर सवाल उठाए हैं।उन्होंने कहा कि पिछले मानसून सत्र के दौरान भी मैंने इस विषय को उठाया था। हर बार सुपर स्ट्रक्चर ही गिरता है, मैं बार-बार इस बात को उठाता रहा हूं। ढलाई के लिए एम 60 एक स्ट्रेंथ होता है, लेकिन ढलाई में एम 35 स्ट्रेंथ का इस्तेमाल किया गया। डेढ़ से दो साल हो गया, लेकिन अभी तक रिपोर्ट नहीं आया। यह पुल अब मौत का पुल बन गया है। अब तक 15 से 16 लोग मर चुके हैं। इस पुल से करोड़ो लोगों का सपना टूटा है। इस पुल में हजारों-करोड़ के घोटाले हुए हैं।

उन्होंने कहा कि पुल को बनाने वाली कंपनी एसपी सिंगला पर अभी तक कोई कार्रवाई नहीं हुई। इस पुल का निर्माण ईपीसी मोड में हो रहा है, इस पुल की कंसल्टेंसी रेडिक्स नामक कंपनी के पास है। उन्होंने सवाल करते हुए कहा कि सब जगह रेडिक्स कंपनी को ही काम क्यों दिया जाता है । मैं जब सवाल उठाता हूं तो मुझ पर झूठा केस करवा दिया जाता है। रक्षक और भक्षक एक हो जाते हैं, तो कहां से इसकी रिपोर्ट आएगी। पुल गिरने की शुरुआत मेरे ही क्षेत्र से हुई थी और इस मामले में कोई कार्रवाई नहीं हो रही, सिर्फ खानापूर्ति हो रही है।

उन्होंने कहा कि पुल गिरने के मामले में सीबीआई जांच होनी चाहिए। जब तक स्‍वतंत्र एजेंसी जांच नहीं करेगी तब तक जांच सही नहीं होगा। मुख्यमंत्री को गलत फीडबैक दिया जाता है। उन्होंने कहा कि पुल गिरने के मामले में जांच रेडिक्स कंपनी को ही क्यों दी जाती है, यह बड़ा सवाल है। रेडिक्स कंपनी के अधिकारी सभी नेताओं और पदाधिकारियों के घर में क्यों देखे जाते हैं?

इस पूरे मामले पर बिहार पुल निर्माण निगम की ओर से जारी प्रेस नोट पर उन्होंने कहा कि पिछली बार जब पुल का स्ट्रक्टर गिरा था, तब अधिकारियों ने कहा था कि एक महीने के अंदर मलवा हटा दिया जाएगा। लेकिन, डेढ़ साल बाद भी मलवा नहीं हटाया गया। मैं सवाल उठाता हूं तो विलेन बन जाता हूं। मैं मुख्यमंत्री नीतीश कुमार, बिहार के राज्यपाल और केंद्रीय मंत्री नितिन गडकरी से आग्रह करता हूं कि सीबीआई से इस मामले की जांच कराएं। इसके अलावा, मैं चाहता हूं कि इस पुल को बनाने का टेंडर फिर से निकाला जाए और एसपी सिंगला और रेडिक्स कंपनी को इस प्रोजेक्ट से बाहर किया जाए।

--आईएएनएस

पीएसके/सीबीटी

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