🌎 35+ देशों के 150K+ निवेशकों से जुड़ें जो बेहतरीन रिटर्न के साथ एआई-संचालित स्टॉक पिक्स का एक्सेस प्राप्त करते हैंअभी अनलॉक करें

रांची का डॉक्टर कर रहा था एक्यूआईएस के आतंकी मॉड्यूल का संचालन, दिल्ली सहित कई शहरों में हमले का था प्लान

प्रकाशित 23/08/2024, 02:02 am
रांची का डॉक्टर कर रहा था एक्यूआईएस के आतंकी मॉड्यूल का संचालन, दिल्ली सहित कई शहरों में हमले का था प्लान
INBA
-

रांची, 22 अगस्त (आईएएनएस)। झारखंड एटीएस ने गुरुवार को आतंकी संगठन अलकायदा इंडियन सब कॉन्टिनेन्ट (एक्यूआईएस) के जिस मॉड्यूल का खुलासा किया है, उसने दिल्ली सहित देश के कई शहरों में आतंकी हमले का प्लान रचा था। एटीएस ने एनआईए के साथ मिलकर रांची, लोहरदगा और हजारीबाग में की गई छापेमारी में कम से कम आठ लोगों को गिरफ्तार किया है। इस मॉड्यूल का संचालन रांची निवासी डॉ. इश्तियाक कर रहा था और उसने इस मॉड्यूल का विस्तार राजस्थान और उत्तर प्रदेश तक कर लिया था। डॉ. इश्तियाक रांची के एक प्रतिष्ठित प्राइवेट हॉस्पिटल में सेवा दे रहा था। राजस्थान और उत्तर प्रदेश से भी इस मॉड्यूल के आठ लोगों को गिरफ्तार किया गया है। गिरफ्तार किए गए आतंकियों के पास से एके-47 सहित कई हथियारों की बरामदगी की भी सूचना है।

झारखंड के आईजी ऑपरेशन अमोल होमकर ने बताया कि गिरफ्तार किए गए आठ लोगों से पूछताछ की जा रही है।

सूत्रों के अनुसार, गिरफ्तार किए गए संदिग्ध आतंकियों के पास से कई दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक उपकरण भी जब्त किए गए हैं। इन दस्तावेजों और उपकरणों की प्रारंभिक जांच से पता चला है कि ये लोग अलकायदा इंडियन सब कॉन्टिनेन्ट का विस्तार कर इससे युवाओं को जोड़ने, उन्हें कट्टरपंथी बनाने, भारत में शरिया कानून स्थापित करने और बांग्लादेश के खिलाफ युद्ध छेड़ने जैसे विषयों पर काम कर रहे थे।

एक्यूआईएस अफगानिस्तान, पाकिस्तान, भारत, म्यांमार और बांग्लादेश में सक्रिय है। इनकी योजना दिल्ली सहित कई शहरों में आतंकी वारदात अंजाम देने की थी। रांची में गिरफ्तार किए गए लोगों में एक मदरसे का मौलवी भी शामिल है।

यह पहली बार नहीं है, जब झारखंड में आतंकी संगठनों से जुड़े लोग पकड़े गए हैं। दिल्ली पुलिस की स्पेशल सेल (NS:SAIL) ने बीते साल अक्टूबर में आईएसआईएस के तीन आतंकियों को गिरफ्तार किया था, जिनमें से दो शाहनवाज आलम और रिजवान अशरफ झारखंड के रहने वाले हैं। इनमें से एक शाहनवाज आलम एनआईए का मोस्ट वांटेड था और उस पर तीन लाख रुपए का इनाम घोषित था। वह हजारीबाग शहर के पगमिल-पेलावल का रहने वाला है।

एनआईए और एटीएस की जांच में पहले भी यह बात सामने आई है कि झारखंड के रांची, जमशेदपुर, हजारीबाग, रामगढ़, लोहरदगा, पाकुड़, गढ़वा और गिरिडीह जिले में आतंकियों के स्लीपर सेल सक्रिय हैं।

--आईएएनएस

एसएनसी/एसएम

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित