वाराणसी, 22 सितंबर (आईएएनएस)। देश के विभिन्न राज्यों से रेलवे ट्रैक पर असामान्य गतिविधियों से जुड़ी खबरे आने के बाद बाद विपक्ष सत्ता पक्ष पर हमलावर है। ट्रेन डिरेल की घटनाओं को लेकर यूपी कांग्रेस प्रदेश अध्यक्ष अजय राय ने कहा कि, मैं इतना ही कहना चाहूंगा कि जो रेल मंत्रालय है, उसके मंत्री रेल चलवाने में या रेल को सुरक्षित रखने में विश्वास नहीं करते हैं। वह रील मंत्री बन गए है। सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर अश्विनी वैष्णव की बहुत सी रील मिल जाएगी। मैं समझता हूं कि उनको अपने विभाग पर ध्यान देना चाहिए। विभाग में नियुक्तियां ही बंद हो गई हैं। रेल पटरियों पर कहीं सिलेंडर, तो कहीं लकड़ी, तो कहीं लोहा रखा है। पहले तो कभी ऐसा नहीं हुआ। हम लोग भी 30-32 साल से राजनीति में हैंं, लेकिन इस तरह की चीजें कभी नहीं सामने आईं।
उन्होंने कहा कि, पहले रेलवे के द्वारा लाइन को चेक करने के लिए नियुक्तियां होती थी। गैंगमैन आगे-आगे चलते थे और रेलवे की पटरियों को देखते थे। वे लाइन को ठीक करने का काम करते थे। सरकार ने इस व्यवस्था को पूरे देश में बंद कर दिया। सरकार ने सारी नियुक्तियों को बंद कर दिया। रेल मंत्री के रील बनाने से यह सब घटनाएं बढ़ रही हैं। ऐसी घटनाओं को रोकने के लिए व्यवस्था बनानी पड़ेगी।
रेल मंत्री पूरी तरह से विफल साबित हुए हैं। ऐसी घटनाओं को साजिश कहकर भ्रमित करने की बजाय समुचित व्यवस्था करने की जरूरत है। मेरा मानना है कि अव्यवस्था के कारण ऐसी घटनाएं सामने आ रही हैं। जिस व्यवस्था के तहत काम किया जाता था, उन व्यवस्थाओं को पूरी तरह से ध्वस्त कर बंद कर दिया गया।
वहीं भाजपा नेता कपिल मिश्रा ने कहा कि, ये हादसे नहीं हो रहे, ये साजिश हो रही है। जब वंदे भारत चल रही है तो पत्थर मारो, ट्रेन की पटरी पर सिलेंडर रख दो। इसको हम रेल जिहाद कह सकते हैं। इस देश में समाज का एक ऐसा वर्ग है, जिसको तरक्की और विकास पसंद नहीं है। जो मोदी सरकार को बदनाम करने के लिए किसी भी हद तक गिरने को तैयार है। ऐसे भी वीडियो सामने आए हैं कि एक खास समाज के छोटे-छोटे बच्चे रेल की पटरियों को तोड़ रहे हैं। उसके पेच निकाल रहे हैं। उसमें कुछ सामान रख रहे हैं। यह एक नए तरीके का आतंकवाद है।
--आईएएनएस
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