उधमपुर, 24 सितंबर (आईएएनएस)। जम्मू-कश्मीर में चुनाव आयोग और जिला प्रशासन की खास पहल की बदौलत ऐसे मतदाताओं को उनके घर पर ही मतदान करने की सुविधा दी गई है, जो मतदान केंद्र तक जाने में असमर्थ हैं। इसको लेकर मतदाताओं ने आईएएनएस से बात करते हुए अपनी खुशी जाहिर की।
जम्मू-कश्मीर में मंगलवार को दूसरे चरण के लिए 26 सीटों पर मतदान हो रहा है। अपने मताधिकार का इस्तेमाल करने के लिए बुजुर्गों और दिव्यांगों के लिए जिला प्रशासन और निर्वाचन आयोग की तरफ से विशेष तैयारी की गई है।
जम्मू-कश्मीर विधानसभा चुनाव में मतदाताओं की भागीदारी बढ़ाने के लिए निर्वाचन आयोग ने खास तैयारी की है। राज्य में जो लोग 85 वर्ष से ज्यादा आयु के मतदाता हैं, अथवा किसी दुर्घटना का शिकार होने के कारण पोलिंग बूथ तक पहुंचने में असमर्थ हैं, उनको घर पर ही मतदान करने की सुविधा दी गई है। निर्वाचन आयोग और जिला प्रशासन के लोग ऐसे मतदाताओं के घर जाकर उनसे वोटिंग करा रहे हैं।
मतदान के दूसरे चरण में उधमपुर की चार विधानसभा सीटों पर मंगलवार को वोटिंग हो रही है। चुनाव में अपने मताधिकार का प्रयोग करने वाले गिरधारी लाल ने आईएएनएस को बताया कि 12 साल पहले वह सड़क दुर्घटना का शिकार हो गए थे, इसके कारण वो चलने और उठने में असमर्थ हो गए। लेकिन निर्वाचन आयोग और जिला प्रशासन की टीम उनके घर पर पहुंची और उन्होंने अपने मताधिकार का प्रयोग किया। उन्होंने इसके लिए जिला प्रशासन और निर्वाचन आयोग की टीम का आभार व्यक्त किया।
वहीं एक अन्य मतदाता सुचित शर्मा ने भी सरकार का आभार व्यक्त करते हुए आईएएनएस को बताया कि वो 2018 में दुर्घटना का शिकार हो गए थे। इसके कारण मतदान केंद्र तक जाकर वोट करने में असमर्थ थे, लेकिन प्रशासन के सहयोग से उन्होंने घर पर ही मतदान कर लोकतंत्र के इस पर्व में भाग लिया।
बता दें कि चुनावी राज्य जम्मू-कश्मीर की 90 विधानसभा सीटों के लिए तीन चरणों में मतदान हो रहा है। पहले चरण में 24 सीटों के लिए 18 सितंबर को वोटिंग हुई, दूसरे चरण की 26 सीटों के लिए मंगलवार को मतदान हो रहा है। आखिरी चरण में बची हुई 40 सीटों के लिए एक अक्टूबर को मतदान प्रस्तावित है। वहीं सभी के नतीजे आठ अक्टूबर को सामने आएंगे।
--आईएएनएस
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