पटना, 24 सितंबर (आईएएनएस)। बिहार में 20 अगस्त से शुरू हुए भूमि सर्वे को लेकर खबर आ रही थी कि इस सर्वे के काम को रोक दिया गया है। इस पर राज्य के भूमि एवं राजस्व मंत्री दिलीप जायसवाल ने खंडन करते हुए कहा है कि सर्वे को टाला नहीं गया है, सर्वे चल रहा है। जिन लोगों के पास सभी कागज मौजूद हैं, उन लोगों का सर्वे चल रहा है।
किन लोगों के लिए सर्वे रोका गया है इस पर उन्होंने कहा, “जिन लोगों के पास कागजात की कमी थी, जिन लोगों को किसी प्रकार की सूचना की दिक्कत थी। वह लोग कोई अफरातफरी ना करें। उन लोगों को किसी के चक्कर में नहीं पड़ना है। वह लोग अगले तीन महीने में अपने कागज ढूंढ लें। उसके बाद इन लोगों का सर्वे करा दिया जाएगा।”
इसके बाद लोगों द्वारा अपनी भूमि के मौखिक बंटवारे की बात पर उन्होंने कहा कि यह भविष्य के लिए अच्छा नहीं होता है।
उन्होंने कहा, “लोग अपनी जानकारी मौखिक दे रहे हैं। मैंने उन लोगों को अपनी मौखिक चीजों पर कागज जुटाने का समय दिया है। मौखिक चीजों पर कानून नहीं चलता है। चीजें मौखिक होने की वजह से आज तो उनके माता-पिता को पता है, लेकिन आने वाले सालों में जब नई पीढ़ी आएगी तो मौखिक चीजें खत्म हो जाएंगी। ये सब बातें नहीं होनी चाहिए। लोगों ने सवाल पूछे हैं तो यह जान लें कि मौखिक चीजें अच्छी नहीं होती हैं। सबसे अच्छी बात यह होगी कि मौखिक चीजें कागजात में बदल ली जाएं।”
बता दें कि पिछले कुछ दिनों से राज्य में चल रहे भूमि सर्वे को लेकर यह कहा जा रहा था कि यह सर्वे अब बंद हो गया है। सरकार से दोबारा दिनांक निश्चित होने पर इसे शुरू किया जाएगा। इसको लेकर राज्य के लोग परेशान थे। सर्वे बंदी की खबर के बाद लोगों में दुविधा की स्थिति बनी हुई थी।
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