ब्लैक फ्राइडे अभी है! 60% की छूट InvestingPro तक का लाभ उठाने से न चूकेंसेल को क्लेम करें

सतीश धवन : जब इसरो का नेतृत्व करने के लिए इंदिरा गांधी के सामने रखी थी दो शर्त

प्रकाशित 25/09/2024, 02:44 am
सतीश धवन : जब इसरो का नेतृत्व करने के लिए इंदिरा गांधी के सामने रखी थी दो शर्त

नई दिल्ली, 24 सितंबर (आईएएनएस)। देश के अंतरिक्ष कार्यक्रमों को नई ऊंचाइयों पर पहुंचाने में अहम योगदान देने वाले और एक प्रख्यात भारतीय रॉकेट वैज्ञानिक प्रोफेसर सतीश धवन हैं। वह एक बेहतरीन इंसान और कुशल शिक्षक के साथ-साथ गणितज्ञ और एयरोस्पेस इंजीनियर थे। सतीश धवन को भारत का वैज्ञानिक समुदाय 'परीक्षणात्मक तरल गति का जनक' भी मानता है।सतीश धवन का जन्म 25 सितंबर 1920 में श्रीनगर में हुआ था। सतीश धवन ने 1951 में कैलिफोर्निया इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी से अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी में पीएचडी की थी। उन्होंने 1972 में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख के रूप में भारतीय अंतरिक्ष कार्यक्रम के जनक विक्रम साराभाई का स्थान ग्रहण किया था।

बताया जाता है कि साल 1971 में जब सतीश धवन कुछ वक्त के लिए अमेरिका गए थे। उन्हें विक्रम साराभाई की असमय निधन के बाद इसरो के अध्यक्ष पद का प्रस्ताव दिया गया। सतीश धवन ने इसके लिए तत्कालीन पीएम इंदिरा गांधी के सामने दो शर्तें रख दी। पहली शर्त इसरो का मुख्यालय बेंगलुरु शिफ्ट किया जाए। दूसरी शर्त वे आईआईएससी के निदेशक का पद इसरो से जुड़ने के बाद भी नहीं छोड़ेंगे।

इंदिरा गांधी ने प्रोफेसर धवन की दोनों शर्तें मान ली। इसके बाद उन्होंने स्वदेश लौटने के बाद इसरो की कमान संभाली। माना जाता है कि उनके ही कार्यकाल में भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन ने सबसे ज्यादा और उल्लेखनीय तरक्की की।

उन्होंने युवा वैज्ञानिकों को लगातार प्रोत्साहित किया। इनमें से एक नाम हैं देश के पूर्व राष्ट्रपति और भारत के मिसाइल मैन एपीजे अब्दुल कलाम का।

इसके अलावा सतीश धवन अंतरिक्ष आयोग के अध्यक्ष और अंतरिक्ष विभाग में भारत सरकार में सचिव भी रहे थे। उन्होंने बेंगलुरू स्थित भारतीय विज्ञान संस्थान में बतौर प्रोफेसर भी काम किया। सतीश धवन ने संस्थान में देश के अलावा विदेशी युवा प्रतिभाओं को शामिल किया। उन्हें आईआईएससी में भारत के सर्वप्रथम सुपरसोनिक पवन सुरंग स्थापित करने का भी श्रेय दिया जाता है।

प्रोफेसर सतीश धवन को 1971 में विज्ञान और अभियांत्रिकी के क्षेत्र उल्लेखनीय कामों के लिए 'पद्म भूषण' से भी नवाजा गया था। श्रीहरिकोटा में स्थित इसरो के स्पेस सेंटर को उन्हें समर्पित किया गया है, जिसकी पहचान सतीश धवन अंतरिक्ष केंद्र के नाम से है।

3 जनवरी 2002 में देश ने एक बड़ा वैज्ञानिक खो दिया। सतीश धवन ने 81 वर्ष की आयु में इस दुनिया से अलविदा कह दिया।

--आईएएनएस

एसके/

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित