नई दिल्ली, 24 सितंबर (आईएएनएस)। दिल्ली विश्वविद्यालय छात्र संघ का चुनाव लड़ रहे एनएसयूआई के उम्मीदवारों ने चुनाव प्रचार के लिए 'मोहब्बत की दुकान' अभियान चलाया है। इस अभियान के अंतर्गत मंगलवार को दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों को गुलाब के फूल वितरित किए गए। चुनाव प्रचार कर रहे एनएसयूआई उम्मीदवारों के मुताबिक अपने इस अभियान के जरिए उन्होंने प्रेम, शांति और सद्भावना का संदेश फैलाया। एनएसयूआई का कहना है कि उनकी पहल, 'मोहब्बत की दुकान' का उद्देश्य एबीवीपी द्वारा कथित रूप से फैलाई जा रही हिंसा का जवाब देना है। एनएसयूआई के राष्ट्रीय अध्यक्ष, वरुण चौधरी का कहना है कि उनका संगठन दिल्ली विश्वविद्यालय को एक हिंसा-मुक्त कैंपस बनाने के लिए प्रतिबद्ध है।
चौधरी ने आरोप लगाते हुए कहा कि एबीवीपी ने दिल्ली विश्वविद्यालय में छात्रों और शिक्षकों पर हमला किया है। दूसरी ओर हमारा संदेश स्पष्ट है, एनएसयूआई के नेतृत्व में डूसू सभी के लिए, विशेष रूप से महिलाओं के लिए, एक शांतिपूर्ण और समान स्थान बनाएगा।
दिल्ली विश्वविद्यालय में मंगलवार को प्रचार के दौरान एनएसयूआई की ओर से सचिव पद की उम्मीदवार नम्रता जेफ ने कहा, "कैंपस में हिंसा और महिलाओं के लिए असुरक्षित माहौल को समाप्त करना होगा। हमारा अभियान बदलाव पर केंद्रित है, जिसमें महिलाओं की सुरक्षा सुनिश्चित करना और प्रत्येक सेमेस्टर में 12 मासिक धर्म अवकाश की मांग शामिल है।"
एनएसयूआई की ओर से चुनाव लड़ रहे उम्मीदवारों ने भारतीय संविधान की प्रतियां भी वितरित की। संविधान की प्रतियां वितरित करने का उद्देश्य यह दर्शाना था कि वे न्याय, समानता और स्वतंत्रता में विश्वास रखते हैं। छात्र संगठन का कहना है कि इसके जरिए वे लोकतांत्रिक और सुरक्षित कैंपस बनाने के संकल्प को दोहराते हैं।
चौधरी का कहना है कि दिल्ली विश्वविद्यालय के छात्रों ने एनएसयूआई के प्रेम और शांति के संदेश का बड़े उत्साह के साथ स्वागत किया है। अभियान इसी तरह के प्रयासों के साथ जारी रहेगा, ताकि दिल्ली विश्वविद्यालय में एक सकारात्मक और हिंसा-मुक्त वातावरण सुनिश्चित किया जा सके।
एनएसयूआई ने छात्रसंघ चुनाव में अध्यक्ष पद के लिए रौनक खत्री को अपना उम्मीदवार बनाया है। उपाध्यक्ष पद पर यश नांदल एनएसयूआई के उम्मीदवार हैं। एनएसयूआई ने सचिव पद पर नम्रता जेफ को और संयुक्त सचिव के लिए लोकेश चौधरी को मैदान में उतारा है।
--आईएएनएस
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