नई दिल्ली, 25 सितंबर (आईएएनएस)। हरियाणा के सोनीपत जिले के गोहाना में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस को निशाने पर लिया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने राज्य को दलालों और दामादों के हवाले किया। पीएम मोदी ने अपने बयान में रॉबर्ट वाड्रा का नाम तो नहीं लिया। लेकिन इशारों ही इशारों में उन्होंने कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के दमाद और प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा पर हमला बोला। पीएम मोदी के इस बयान से साफ संकेत मिल गया कि एक बार फिर हरियाणा में भाजपा वाड्रा-डीएलएफ लैंड डील मामले को लेकर कांग्रेस को घेरने की तैयारी कर चुकी है।
रॉबर्ट वाड्रा लोकसभा चुनाव के बाद से ही भाजपा के निशाने पर नहीं आए हैं। लिहाजा, भाजपा हरियाणा विधानसभा चुनाव में डीएलएफ लैंड डील को लेकर प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा के जरिए चुनाव में कांग्रेस को बैकफुट पर धकेलने की कोशिश करने की तैयारी में लग गई है। 2014 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने इस मुद्दे को जमकर भुनाया था। इसको लेकर तब राजनीतिक बवाल भी देखने को मिला था।
आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी इस मामले को लेकर कांग्रेस को घेरा था और सौदे में वाड्रा पर भ्रष्टाचार और अनियमितता के आरोप लगाए थे। हालांकि इस मुद्दे का फायदा भाजपा को मिला और इसने भाजपा के लिए वहां विधानसभा चुनाव में संजीवनी का काम किया था। जिससे कांग्रेस बैकफुट पर आ गई थी और राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी थी। तब से अब तक वहां भाजपा ही सत्ता में है और गाहे-वगाहे डीएलएफ लैंड डील वाला जिन्न बोतल से बाहर निकलता रहा और फिर शांत हो जाता था।
लेकिन इस बार पीएम नो हरियाणा में रैली के दौरान जब इसका एक बार फिर जिक्र किया उसका इशारा साफ है कि इस बार यह मुद्दा चुनाव में गरमाने वाला है। दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी की हरियाणा चुनाव में उपस्थिति भी कांग्रेस के लिए परेशानी का सबब बन गई है। ऐसे में आप भी इस मुद्दे को इस चुनाव में लोगों के सामने उठा सकती है।
बता दें कि सोनिया गांधी के दमाद रॉबर्ट वाड्रा और प्रमुख भारतीय रियल एस्टेट डेवलपर डीएलएफ लिमिटेड के बीच ये सौदा फरवरी 2008 में हुआ था। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी ने गुरुग्राम के मानेसर-शिकोहपुर में ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज से 2008 में करीब 3.5 एकड़ जमीन खरीदी 7.50 करोड़ रुपये में थी। जिस वक्त ये सौदा हुआ था उस वक्त राज्य में कांग्रेस की सरकार थी और मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा थे।
इस मामले में रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई थी। जिसमें हरियाणा के तत्कालीन सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और डीएलएफ गुरुग्राम और स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी का नाम भी शामिल किया गया था। एफआईआर में कहा गया था कि नियमों को ताक पर रखकर वॉड्रा के करोड़ों का लाभ पहुंचाया गया।
हरियाणा के सोनीपत जिले के गोहाना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी मुद्दे को लेकर निशाना साधते हुए चुनावी रैली के मंच से कहा कि कांग्रेस ने राज्य को दलालों और दामादों के हवाले किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का शाही परिवार देश का सबसे भ्रष्ट परिवार है और जब हाईकमान भ्रष्टाचारी होता है, तो नीचे लूट का खुला लाइसेंस मिल ही जाता है। याद कीजिए, 10 साल पहले जब हरियाणा में कांग्रेस की सरकार थी, तब कैसे प्रदेश को लूटा गया था। यहां किसानों की जमीनों को जमकर लूटा गया, प्रदेश को दलालों और दामादों के हवाले कर दिया गया था। दलालों और दामादों से बचना है तो कमल ही बचाएगा। किस-किस कांग्रेस नेताओं पर आरोप लगे हैं, ये आप अच्छे से जानते हैं।
--आईएएनएस
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