🏃 इस ब्लैक फ्राइडे ऑफर का लाभ जल्दी उठाएँ। InvestingPro पर अभी 55% तक की छूट पाएँ!सेल को क्लेम करें

पीएम की रैली से मिला संकेत, भाजपा फिर खोलेगी हरियाणा में वाड्रा चैप्टर?

प्रकाशित 26/09/2024, 01:40 am
पीएम की रैली से मिला संकेत, भाजपा फिर खोलेगी हरियाणा में वाड्रा चैप्टर?
DLF
-

नई दिल्ली, 25 सितंबर (आईएएनएस)। हरियाणा के सोनीपत जिले के गोहाना में बुधवार को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने चुनावी रैली को संबोधित करते हुए कांग्रेस को निशाने पर लिया। इस दौरान पीएम मोदी ने कहा कि कांग्रेस ने राज्य को दलालों और दामादों के हवाले किया। पीएम मोदी ने अपने बयान में रॉबर्ट वाड्रा का नाम तो नहीं लिया। लेकिन इशारों ही इशारों में उन्होंने कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष सोनिया गांधी के दमाद और प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा पर हमला बोला। पीएम मोदी के इस बयान से साफ संकेत मिल गया कि एक बार फिर हरियाणा में भाजपा वाड्रा-डीएलएफ लैंड डील मामले को लेकर कांग्रेस को घेरने की तैयारी कर चुकी है।

रॉबर्ट वाड्रा लोकसभा चुनाव के बाद से ही भाजपा के निशाने पर नहीं आए हैं। लिहाजा, भाजपा हरियाणा विधानसभा चुनाव में डीएलएफ लैंड डील को लेकर प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा के जरिए चुनाव में कांग्रेस को बैकफुट पर धकेलने की कोशिश करने की तैयारी में लग गई है। 2014 के हरियाणा विधानसभा चुनाव में भाजपा ने इस मुद्दे को जमकर भुनाया था। इसको लेकर तब राजनीतिक बवाल भी देखने को मिला था।

आम आदमी पार्टी के संयोजक अरविंद केजरीवाल ने भी इस मामले को लेकर कांग्रेस को घेरा था और सौदे में वाड्रा पर भ्रष्टाचार और अनियमितता के आरोप लगाए थे। हालांकि इस मुद्दे का फायदा भाजपा को मिला और इसने भाजपा के लिए वहां विधानसभा चुनाव में संजीवनी का काम किया था। जिससे कांग्रेस बैकफुट पर आ गई थी और राज्य में भारतीय जनता पार्टी की सरकार बनी थी। तब से अब तक वहां भाजपा ही सत्ता में है और गाहे-वगाहे डीएलएफ लैंड डील वाला जिन्न बोतल से बाहर निकलता रहा और फिर शांत हो जाता था।

लेकिन इस बार पीएम नो हरियाणा में रैली के दौरान जब इसका एक बार फिर जिक्र किया उसका इशारा साफ है कि इस बार यह मुद्दा चुनाव में गरमाने वाला है। दूसरी तरफ आम आदमी पार्टी की हरियाणा चुनाव में उपस्थिति भी कांग्रेस के लिए परेशानी का सबब बन गई है। ऐसे में आप भी इस मुद्दे को इस चुनाव में लोगों के सामने उठा सकती है।

बता दें कि सोनिया गांधी के दमाद रॉबर्ट वाड्रा और प्रमुख भारतीय रियल एस्टेट डेवलपर डीएलएफ लिमिटेड के बीच ये सौदा फरवरी 2008 में हुआ था। कांग्रेस महासचिव प्रियंका गांधी के पति रॉबर्ट वाड्रा की कंपनी स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी ने गुरुग्राम के मानेसर-शिकोहपुर में ओंकारेश्वर प्रॉपर्टीज से 2008 में करीब 3.5 एकड़ जमीन खरीदी 7.50 करोड़ रुपये में थी। जिस वक्त ये सौदा हुआ था उस वक्त राज्य में कांग्रेस की सरकार थी और मुख्यमंत्री भूपेंद्र सिंह हुड्डा थे।

इस मामले में रॉबर्ट वाड्रा के खिलाफ एफआईआर भी दर्ज की गई थी। जिसमें हरियाणा के तत्कालीन सीएम भूपेंद्र सिंह हुड्डा और डीएलएफ गुरुग्राम और स्काईलाइट हॉस्पिटैलिटी का नाम भी शामिल किया गया था। एफआईआर में कहा गया था कि नियमों को ताक पर रखकर वॉड्रा के करोड़ों का लाभ पहुंचाया गया।

हरियाणा के सोनीपत जिले के गोहाना में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने इसी मुद्दे को लेकर निशाना साधते हुए चुनावी रैली के मंच से कहा कि कांग्रेस ने राज्य को दलालों और दामादों के हवाले किया। उन्होंने कहा कि कांग्रेस का शाही परिवार देश का सबसे भ्रष्ट परिवार है और जब हाईकमान भ्रष्टाचारी होता है, तो नीचे लूट का खुला लाइसेंस मिल ही जाता है। याद कीजिए, 10 साल पहले जब हरियाणा में कांग्रेस की सरकार थी, तब कैसे ​प्रदेश को लूटा गया था। यहां किसानों की जमीनों को जमकर लूटा गया, प्रदेश को दलालों और दामादों के हवाले कर दिया गया था। दलालों और दामादों से बचना है तो कमल ही बचाएगा। किस-किस कांग्रेस नेताओं पर आरोप लगे हैं, ये आप अच्छे से जानते हैं।

--आईएएनएस

एसके/जीकेटी

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित