🏃 इस ब्लैक फ्राइडे ऑफर का लाभ जल्दी उठाएँ। InvestingPro पर अभी 55% तक की छूट पाएँ!सेल को क्लेम करें

ग्रेटर नोएडा : लोन के चक्कर में दोस्त की हत्या, तीन गिरफ्तार

प्रकाशित 10/10/2024, 11:26 pm
ग्रेटर नोएडा : लोन के चक्कर में दोस्त की हत्या, तीन गिरफ्तार

ग्रेटर नोएडा, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)। ग्रेटर नोएडा के थाना दादरी पुलिस ने हत्या के मामले में तीन आरोपियों को गिरफ्तार करते हुए घटना में इस्तेमाल दो गाड़ियां और कैश बरामद किए हैं। 7 अक्टूबर को थाना दादरी इलाके के हायर गोल चक्कर के पास पुलिस को एक अज्ञात शव मिला था। उस वक्त फील्ड यूनिट व डॉग स्क्वायड टीम के साथ आला अधिकारियों ने मौके का निरीक्षण किया था। इस घटना की जांच और आरोपियों को पकड़ने के लिए चार टीम का गठन किया गया था। पुलिस केस को सॉल्व करने में लगी हुई थी। पुलिस की जांच के दौरान मृतक की शिनाख्त अमित कुमार सिंह के रूप में हुई थी। 9 अक्टूबर को मृतक की पत्नी ने अपनी रिपोर्ट थाने में दर्ज कराई थी।

इस घटना के खुलासे के लिए गठित 4 टीमों ने लगभग 200 सीसीटीवी फुटेज को खंगाला था। जिसमें दो गाड़ियां वैगनआर व क्रेटा पर टेम्परेरी नंबर पाया गया। दोनों गाड़ियों से दो लोग उतरते हुए दिखे थे। सीसीटीवी फुटेज व फोटो के आधार पर दोनों संदिग्धों की पहचान मृतक के साथ कंपनी में काम करने वाले सचिन तंवर उर्फ संदीप और रमेश उर्फ रामा के रूप में हुई थी।

पुलिस की आगे की जांच में इनके दो अन्य साथी हिमांशु और ओमप्रकाश उर्फ शिवम उर्फ बैलू का नाम भी सामने आया था। पुलिस ने हिमांशु, ओमप्रकाश उर्फ शिवम उर्फ बैलू और सचिन तंवर उर्फ संदीप को हत्या में इस्तेमाल हथियार, 20 हजार रुपए और घटना में इस्तेमाल वैगनार कार और क्रेटा के साथ गिरफ्तार कर लिया।

पुलिस ने पूरी घटना का खुलासा करते हुए बताया है कि पकड़े गए तीनों आरोपी अपने चौथे साथी रमेश उर्फ रामा और मृतक अमित कुमार के साथ काम करते थे। ये सब मिलकर कमीशन का लालच देकर फर्जी ग्राहक बनाकर उनके आधार कार्ड में फर्जीवाड़ा करते थे और फर्जी पे-स्लिप के जरिए बैंक में खाता खुलवाते थे। उसके बाद बैंक से फर्जी लोन स्वीकृत करा लेते थे और लोन पास होने पर उसका कमीशन आपस में बांट लेते थे। लेकिन, मृतक अमित कुमार द्वारा कई लोन के मामलों में इनका हिस्सा नहीं दिया गया था। जिसकी वजह से इन चारों ने अमित को मारने का प्लान बनाया था।

पुलिस ने बताया है कि 6 अक्टूबर को इन्होंने अमित कुमार को इनके हिस्से के रुपए देने के लिए थाना बिसरख इलाके के केबी नोज ग्रीन सोसाइटी के पास बुलाया था। अमित कुमार काले रंग की क्रेटा कार से आया था। उसके बाद इन्होंने उसकी ही कार में बैठकर लोहे के पंच व पाने से पीट-पीटकर उसकी हत्या कर दी थी और शव की पहचान छुपाने के लिए उसे फेंक दिया था।

--आईएएनएस

पीकेटी/एबीएम

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित