नई दिल्ली, 10 अक्टूबर (आईएएनएस)। टाटा समूह के मानद चेयरमैन रतन टाटा के निधन से पूरे देश में शोक की लहर है। राजनीति से लेकर उद्योग और फिल्म जगत की बड़ी हस्तियों ने उनके निधन पर दुख जताया है। केंद्रीय पेट्रोलियम मंत्री हरदीप सिंह पुरी, रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ और जनता दल यूनाइटेड के राष्ट्रीय महासचिव अशोक चौधरी ने भी उनके निधन पर दुख जताया है।हरदीप पुरी ने आईएएनएस से बातचीत में कहा कि वे देश के बड़े उद्योगपति ही नहीं, एक लीजेंड भी थे। जब से उन्होंने टाटा संस के चेयरमैन की जिम्मेदारी संभाली, टाटा समूह की वित्तीय हैसियत को बीस गुना बढ़ाया। उन्होंने देशभर में हर क्षेत्र में प्रतिष्ठित ब्रांड चलाए। जमीन अधिग्रहण कर कई होटल बनवाए और आज यह देश-विदेश में अग्रणी होटल समूह के नाम से चल रहा है। उन्होंने ऑटोमोबाइल क्षेत्र में जगुआर और लैंड रोवर जैसे विदेशी ब्रांड का अधिग्रहण किया। सबसे खास बात यह है कि टाटा समूह के लिए काम करने वाले लोग पूरी तरह से प्रोफेशनल हैं। कुछ लोग तो यह भी कह रहे थे कि टाटा समूह की नौकरी किसी सरकारी संगठन से कम नहीं है।
केंद्रीय रक्षा राज्य मंत्री संजय सेठ ने आईएएनएस से कहा कि रतन टाटा देश के लिए एक धरोहर थे। वह एक सच्चे भारतीय थे। हम कह सकते हैं कि वह भारत के औद्योगीकरण की आधारशिला थे। उनमें हमेशा राष्ट्रप्रेम की भावना भरी रहती थी। उनका व्यक्तित्व इतना महान था कि उन्होंने भारत में औद्योगिक क्रांति ला दी। जब भी भारत पर कोई संकट आया, रतन टाटा खड़े रहे। वह इतने महान व्यक्तित्व थे कि उनके जाने के बाद उनकी जगह हमेशा खाली रहेगी। आज पूरा देश दुखी है। पूरा देश उन्हें अश्रुपूर्ण श्रद्धांजलि दे रहा है।
जदयू के राष्ट्रीय महासचिव अशोक चौधरी ने कहा कि रतन टाटा ने हमारे देश की आने वाली पीढ़ियों को मानवीय मूल्यों पर तटस्थ रहने की सीख दी है। उनका व्यक्तित्व बहुत संवेदनशील था। वह हमेशा राष्ट्र के प्रति समर्पित रहे। निकट भविष्य में रतन टाटा की जगह कोई नहीं ले पाएगा।
उल्लेखनीय है कि रतन टाटा (86) ने बुधवार को ब्रीच कैंडी अस्पताल में अंतिम सांस ली। सोमवार को उन्हें उम्र संबंधी बीमारियों के कारण अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
--आईएएनएस
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