भोपाल, 24 अक्टूबर (आईएएनएस)। कर्नाटक की वायनाड लोकसभा सीट पर होने जा रहे उपचुनाव में कांग्रेस प्रत्याशी प्रियंका गांधी वाड्रा ने बुधवार को नामांकन दाखिल किया था। प्रियंका के नामांकन दाखिल करने के दौरान राहुल गांधी, कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे भी मौजूद थे। लेकिन, नामांकन के दौरान की एक वीडियो वायरल हुई है, जिसमें कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष कमरे के बाहर खड़े दिखाई दिए थे।
इस पर मध्य प्रदेश सरकार में मंत्री विश्वास सारंग ने प्रतिक्रिया दी है। उन्होंने गुरुवार को आईएएनएस से बातचीत करते हुए कहा, "कल कांग्रेस के राष्ट्रीय अध्यक्ष के साथ जो हुआ, वह एक प्रमुख दलित नेता का घोर अपमान है, जो राहुल गांधी, प्रियंका गांधी और सोनिया गांधी ने किया है।
विश्वास सारंग ने कहा, "मल्लिकार्जुन खड़गे पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष हैं। उनके साथ ऐसा व्यवहार करना, उन्हें बाहर खड़ा रखना और एक जूनियर कर्मचारी द्वारा उन्हें इस तरह रोकना जैसे कि वे 'अवांछित' हों, यह कांग्रेस का असली चेहरा उजागर करता है।"
उन्होंने कहा कि कांग्रेस ऐसी पार्टी रही है जो हमेशा से दलित नेताओं का अपमान करती आई है। पीवी नरसिम्हा राव और सीता राम केसरी के साथ क्या हुआ था।
जब सोनिया गांधी को कांग्रेस का अध्यक्ष बनना था तो सीता राम केसरी को घंटों कमरे में बंद किया गया था। युवा कांग्रेस के कार्यकर्ताओं ने उनका अपमान किया था। नरसिम्हा राव के शव को कांग्रेस कार्यालय में लाने नहीं दिया गया था।
बता दें कि वायनाड लोकसभा सीट पर उपचुनाव हो रहे हैं। वायनाड लोकसभा सीट पर राहुल गांधी ने साल 2024 का लोकसभा चुनाव लड़ा था। राहुल इस सीट के अलावा उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट में भी चुनाव लड़े थे। दोनों सीट पर राहुल गांधी को जीत मिली थी। लेकिन, वह किसी एक सीट से ही सांसद रह सकते थे। राहुल ने वायनाड सीट छोड़ दी थी। जिसके बाद इस सीट पर हाल ही में भारतीय चुनाव आयोग ने उपचुनाव की घोषणा की थी।
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