नई दिल्ली, 24 अक्टूबर (आईएएनएस)। कांग्रेस ने गुरुवार को कर्नाटक के शिगगांव विधानसभा क्षेत्र से यासिर अहमद खान पठान को अपना उम्मीदवार घोषित किया है। उपचुनाव में पठान का मुकाबला भाजपा उम्मीदवार भरत बोम्मई से होगा जो पूर्व मुख्यमंत्री और भाजपा सांसद बसवराज बोम्मई के बेटे हैं।कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे के आदेश पर पार्टी के महासचिव के.सी. वेणुगोपाल ने आधिकारिक तौर पर यासिर अहमद खान पठान के नाम का ऐलान किया है।
ऐसी अफवाहें थीं कि धारवाड़ विधायक विनय कुलकर्णी की बेटी को टिकट दिया जाएगा। हालांकि हाईकमान ने आखिरकार यासिर अहमद खान पठान को मौका दिया है।
शिगगांव विधानसभा सीट को भाजपा का पारंपरिक गढ़ माना जाता है। इस निर्वाचन क्षेत्र में लिंगायत समुदाय के मतदाताओं की अच्छी खासी आबादी है, जो परंपरागत रूप से भाजपा का समर्थन करते रहे हैं। ऐसे में कांग्रेस ने मुस्लिम समाज से उम्मीदवार को चुनावी मैदान में उतारकर बड़ा दांव चला है।
हावेरी लोकसभा क्षेत्र से जीत हासिल करने वाले बसवराज बोम्मई ने सांसद चुने जाने के बाद विधायक पद से इस्तीफा दे दिया है और अब उनके बेटे भरत बोम्मई कर्नाटक के शिगगांव विधानसभा उपचुनाव में बीजेपी के टिकट पर चुनावी मैदान में है।
भरत बोम्मई ने गुरुवार को शिगगांव विधानसभा क्षेत्र से भाजपा उम्मीदवार के तौर पर अपना नामांकन दाखिल किया।
शिगगांव में भरत को पहली बार चुनौतीपूर्ण चुनाव का सामना करना पड़ेगा। यह एक ऐसा निर्वाचन क्षेत्र है जिसका प्रतिनिधित्व उनके पिता बसवराज बोम्मई चार बार कर चुके हैं। नामांकन दाखिल करने के बाद मीडियाकर्मियों से बात करते हुए भरत बोम्मई ने कहा कि शिगगांव के लोगों ने उनके पिता को हमेशा आशीर्वाद दिया है। उन्होंने जनता से अपील की कि वे "हमें भी उसी तरह आशीर्वाद दें, जैसा वे हमारे पिता को देते आ रहे हैं"। उन्होंने गरीबों, युवाओं और महिलाओं के कल्याण के लिए काम करने का वादा किया और कहा कि चुनाव जीतने के बाद हमारा एजेंडा विकास के कामों को आगे बढ़ाने का होगा।
कर्नाटक के तीन निर्वाचन क्षेत्रों चन्नपटना, संदूर और शिगगांव पर 13 नवंबर को उपचुनाव के लिए मतदान होगा। मतों की गिनती 23 नवंबर को होगी। इन तीनों सीटों पर उपचुनाव इसलिए जरूरी हो गए थे क्योंकि इनके निर्वाचित विधायकों ने लोकसभा चुनाव जीतने के बाद इस्तीफा दे दिया था।
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