तिरुपति, 25 अक्टूबर (आईएएनएस)। मंदिर नगरी तिरुपति के तीन होटलों को ईमेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी मिली, जो जांच के बाद झूठी मानी जा रही है।तीन निजी होटलों को ईमेल के जरिए बम से उड़ाने की धमकी मिलने के बाद पुलिस ने तुरंत खोजी कुत्तों और बम निरोधक दस्तों को काम पर लगा दिया।
पुलिस ने बताया कि लीला महल, कपिला तीर्थम और अलीपिरी इलाकों के होटलों को गुरुवार शाम को धमकी भरा एक ईमेल मिला।
ईमेल में लिखा था, "पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने सूचीबद्ध होटलों में बम लगाने की योजना बनाई है। रात 11 बजे तक सभी को होटल से निकाल दिया जाए। तमिलनाडु के मुख्यमंत्री भी शामिल हैं।"
ईमेल में बताया गया है कि डीएमके के जाफर सादिक की हाल ही में हुई गिरफ्तारी के कारण "अंतर्राष्ट्रीय दबाव" बढ़ गया है।
जाफर सादिक तमिलनाडु की सत्तारूढ़ पार्टी डीएमके के पूर्व सदस्य हैं। उन्हें इस साल फरवरी में नारकोटिक्स कंट्रोल ब्यूरो (एनसीबी) ने नशीली दवाओं और साइकोट्रोपिक पदार्थों की तस्करी के आरोप में गिरफ्तार किया गया था। ईमेल में तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एम. के. स्टालिन को भी इस मामले से जोड़ा गया है।
ईमेल में आगे कहा गया है, "स्कूलों में इस तरह के विस्फोट एम. के. स्टालिन परिवार की इस मामले में संलिप्तता से ध्यान हटाने के लिए जरूरी हैं।"
धमकी भरे ईमेल की सूचना मिलने के बाद पुलिस होटलों में पहुंची। उन्होंने खोजी कुत्तों की मदद से तीनों होटलों की गहन तलाशी ली, लेकिन कुछ भी संदिग्ध नहीं मिला।
पुलिस अपनी जांच में यह जानने की कोशिश कर रही है, आखिर यह ईमेल कहां से भेजा गया है।
तिरुपति ईस्ट पुलिस स्टेशन के स्टेशन हाउस ऑफिसर श्रीनिवासुलु ने कहा कि उन्होंने एफआईआर दर्ज कर ली है। उन्होंने कहा कि पुलिस विभिन्न कई पहलुओं से मामले की जांच कर रही है।
श्रीनिवासुलु ने कहा, "हम ईमेल भेजने वाले व्यक्ति का पता लगाने का प्रयास कर रहे हैं।"
तिरुपति जिला पड़ोसी तमिलनाडु की सीमा से लगा हुआ है। पुलिस ने कहा कि बम की धमकी से घबराने की कोई जरूरत नहीं है। पुलिस किसी भी अप्रिय घटना को रोकने के लिए पूरी तरह से सतर्क है।
देश के विभिन्न हिस्सों से हजारों श्रद्धालु हर दिन तिरुपति आते हैं, जो यहां के पास तिरुमाला पहाड़ियों पर स्थित श्री वेंकटेश्वर स्वामी मंदिर में दर्शन करने आते हैं।
--आईएएनएस
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