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20 लाख से अधिक आवारा कुत्तों का घर, बढ़ते हमलों में यूपी शीर्ष पर

प्रकाशित 29/10/2023, 05:13 pm
20 लाख से अधिक आवारा कुत्तों का घर, बढ़ते हमलों में यूपी शीर्ष पर

गाजियाबाद/नोएडा, 29 अक्टूबर (आईएएनएस)। उत्तर प्रदेश का शो विंडो और दिल्ली एनसीआर का मुख्य पार्ट गाजियाबाद और नोएडा। उत्तर प्रदेश के राजस्व में भी सबसे ज्यादा बड़ी भूमिका निभाने वाले यह दोनों जिले प्रदेश के सबसे हाईटेक जिलों में शामिल हैं। लेकिन फिर भी यहां पर कुछ ऐसी समस्याएं हैं जिनके कारण आम जनता परेशान है। कागजी कार्रवाई खूब होती है लेकिन आम जनता को राहत मिलती दिखाई नहीं देती है।सबसे ज्यादा नोएडा और गाजियाबाद इधर कुछ दिनों में अगर सुर्खियों में रहता है तो डॉग अटैक के लिए। रोजाना कई ऐसे वीडियो सामने आते हैं जिसमें बच्चों को बुजुर्गों और आम लोगों को सड़कों पर, सोसाइटियों के अंदर और पार्कों में घूम रहे आवारा कुत्ते अपना निशाना बनते दिखाई देते हैं।

दोनों ही जिलों से सामने आने वाले मामलों की बात करें तो तकरीबन 500 से ज्यादा मामले रोजाना डॉग बाइट के सामने आते हैं। साथ ही करीब 1.25 लाख से ज्यादा कुत्ते यहां सड़को पर घूम रहे हैं।

गाजियाबाद नगर निगम ने बताया कि साल 2013 से कुत्तों की नसबंदी शुरू हुई, ताकि उनकी संख्या न बढ़ सके। पिछले 10 साल में नगर निगम 24,580 कुत्तों की नसबंदी कर चुका है। जबकि आवारा कुत्तों की संख्या यहां 60 हजार से ज्यादा है।

नोएडा प्राधिकरण के एनपीआर ऐप पर करीब 10 हजार पालतू कुत्तों का रजिस्ट्रेशन हुआ है। नोएडा प्राधिकरण ने दावा किया है कि अभी 40 से 45 हजार कुत्तों की नसबंदी की जा चुकी है। इसके बाद भी कुत्तों की तादाद कम नहीं हो रही।

नोएडा अथॉरिटी ने कुत्ते पकड़ने के लिए दो एजेंसियां हायर की हैं। एजेंसियां दावा करती हैं कि हर महीने 1200 कुत्ते पकड़े जा रहे हैं। जिले के सरकारी अस्पताल में हर साल करीब 40 हजार एंटी रेबीज इंजेक्शन लगाए जाते हैं।

कुत्तों को लेकर कुत्ता प्रेमी और आम लोगों के बीच जंग लगातार जारी है। बीते 9 अक्टूबर को नोएडा की एक सोसाइटी से सामने आए वीडियो में दो महिलाएं आपस में बहस कर रही हैं और मामला हाथापाई तक आ गई। इसमें एक महिला स्ट्रीट डॉग को खाना खिलाती है और दूसरी उसका विरोध कर रही है।

महिलाओं ने इतना हंगामा मचाया कि देखते ही देखते सेक्टर के लोग इकट्ठा हो गए। इस पूरे मामले का वीडियो सोशल मीडिया पर तेजी से वायरल हुआ जिसमें देखा जा सकता है कि डॉग्स को खाना खिलाने को लेकर दो महिला आपस में हाथापाई कर रही हैं। एक महिला सेक्टर में स्ट्रीट डॉग को खाना खिला रही थी। तभी सेक्टर में रहने वाली एक महिला और युवक ने डॉग को खाना खिलाने से मना किया। यह वीडियो सेक्टर-40 का बताया जा रहा है।

आरोप है कि पार्क और परिसर में जगह-जगह फीडिंग कराई जाती है। इस वजह से पार्क में कुत्ते रहने लगे हैं और लोगों में डर बना हुआ है। डॉग्स किसी के भी घर में घुसकर गंदगी कर देते हैं। इसको लेकर कई बार डॉग लवर्स और निवासियों के बीच कहासुनी हुई है। रविवार को भी इसी मुद्दे को लेकर परिसर में दो पक्षों में झड़प हुई है।

यह कोई पहली घटना नहीं है। इस तरीके की घटना हाई राइज सोसाइटी में आम हो गई हैं। एक तरफ पशु प्रेमी और दूसरी तरफ आम जनता आमने-सामने आ जाती है। पशु प्रेमी कुत्तों को कहीं भी खाना खिलाते हैं और उसके बाद धीरे-धीरे वहां पर आवारा पशु जमा होने लगते हैं।

लेकिन उनको वहां से अगर खाना मिलना बंद हो जाता है तो कहीं ना कहीं वह आक्रामक हो जाते हैं और आम जनता को अपना शिकार भी बनाते हैं।

इसीलिए आम जनता ऐसे पशु प्रेमियों के विरोध में रहती है जो कुत्तों को उनके तय किए गए निश्चित जगह पर खाना नहीं खिलते हैं और कहीं भी उन्हें खाना खिलाने के लिए खाना खिलाने के लिए डाल देते हैं।

--आईएएनएस

पीकेटी/एसकेपी

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