नई दिल्ली, 27 नवंबर (आईएएनएस)। शरद विवेक सागर, लहरीबाई पडिया व डॉ. वैभव भंडारी को यशवंतराव केलकर पुरस्कार के लिए चयनित किया गया है। शरद विवेक सागर को 'कम आय व वंचित वर्ग के युवाओं को वैश्विक स्तर की शिक्षा प्राप्त करने के लिए', 'श्रीअन्न यानी मिलेट्स के संरक्षण व संवर्धन के मौलिक कार्य हेतु' लहरीबाई पडिया व 'दिव्यांगों के जीवनस्तर को बेहतर और आत्मविश्वास युक्त बनाने के लिए’ डॉ. वैभव भंडारी को चयनित किया है। अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद अपनी संगठनात्मक यात्रा का 'अमृत महोत्सव वर्ष' (75वां वर्ष) मना रही है, इस उपलक्ष्य को व्यापक तथा अविस्मरणीय बनाने के लिए चयन समिति ने इस वर्ष तीन युवाओं को यह पुरस्कार देने का निर्णय लिया है। विद्यार्थी परिषद के मुताबिक सामान्य वर्ष में यह किसी एक युवा को दिया जाता है।
शरद विवेक सागर, लहरीबाई पडिया तथा डॉ. वैभव भंडारी को यह पुरस्कार अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद के 69वें राष्ट्रीय अधिवेशन में दिया जाएगा। यह पुरस्कार वर्ष 1991 से प्रा. यशवंतराव केलकर की स्मृति में दिया जाता है, जिन्हें अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद का शिल्पकार कहा जाता है।
विद्यार्थी परिषद के मुताबिक यह पुरस्कार अखिल भारतीय विद्यार्थी परिषद और विद्यार्थी निधि न्यास की एक संयुक्त पहल है, जो छात्रों की उन्नति एवं शिक्षा के क्षेत्र में काम करने के लिए प्रतिबद्ध है।
विद्यार्थी परिषद का कहना है कि पुरस्कार का उद्देश्य युवा सामाजिक परिवर्तनकारियों के कार्य को उजागर करना, उन्हें प्रोत्साहित करना और ऐसे सामाजिक उद्यमियों के प्रति युवाओं का आभार व्यक्त करना तथा युवा भारतीयों को सेवा कार्य के लिए प्रेरित करना है। इस पुरस्कार में 1,00,000 रूपए की राशि, प्रमाण पत्र एवं स्मृति चिन्ह समाविष्ट हैं।
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