अयोध्या, 14 दिसंबर (आईएएनएस)। अयोध्या में राम मंदिर आंदोलन से जुड़े कार्यकर्ताओं को रामलला के दर्शन का पहले मौका मिलने जा रहा है। विश्व हिंदू परिषद की योजना के अनुसार इन्हे पहले ही दर्शन करवाया जाएगा। इसके लिए तैयारियां काफी तेज है। जानकारों ने बताया कि पूरे देश को रामलला के दर्शन का आमंत्रण श्रीरामजन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट की ओर से दिया जा रहा है। इसके लिए विश्व हिंदू परिषद देश के पांच लाख गांवों में घर-घर हल्दी लगा अक्षत भेज रहा है।
यह अक्षत गणतंत्र दिवस के बाद अयोध्या आने का आमंत्रण है।
विश्व हिंदू परिषद के राष्ट्रीय प्रवक्ता विनोद बंसल कहते हैं कि राम मंदिर के निर्माण में संगठन के लोगों का महत्वपूर्ण योगदान है। उनके संघर्ष को भुलाया नहीं जा सकता है। 22 जनवरी को प्राण प्रतिष्ठा समारोह में तो सभी को बुलाया जा नहीं सकता। संगठन ने तय किया है कि अमर बलदानियों और राम मंदिर आंदोलन में परोक्ष और अपरोक्ष से शामिल लोगों को अयोध्या में रामलला के दर्शन करवाएगा।
उन्होंने बताया कि 27 जनवरी से 22 फरवरी के बीच सभी प्रांतों के कार्यकर्ताओं के लिए दर्शन की व्यवस्था की जा रही है। इसके लिए अलग-अलग तिथि निर्धारित की गई है।
उन्होंने कहा कि इसके लिए एक रेल गाड़ी की व्यवस्था की जाएगी। 30 जनवरी से दिल्ली से एक जत्था रवाना होगा। एक दिन में दो प्रांत को बुलाया गया है।
गौरतलब हो कि अयोध्या में भगवान श्रीराम के भव्य मंदिर में 22 जनवरी 2024 को प्राण प्रतिष्ठा होनी है। इस आयोजन में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी यजमान की भूमिका में होंगे। वहीं, आरएसएस के सरसंघचालक डाक्टर मोहन भागवत सहित देश के प्रमुख संत और अन्य प्रमुख लोग भी उपस्थित रहेंगे।
--आईएएनएस
विकेटी/एसकेपी