💎 आज के बाजार में सबसे स्वस्थ कंपनियों को देखेंशुरू करें

जाति आधारित जनगणना और नीतीश के बयानों के लिए याद रहेगा 2023

प्रकाशित 24/12/2023, 04:56 pm
जाति आधारित जनगणना और नीतीश के बयानों के लिए याद रहेगा 2023

पटना, 24 दिसंबर (आईएएनएस)। कुछ दिनों के बाद वर्ष 2023 गुजर जाएगा और वर्ष 2024 शुरू हो जाएगा। अगर 2023 की बात करें तो यह वर्ष जहां बिहार में जाति आधारित जनगणना और सरकारी नौकरियों एवं शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण का कोटा बढ़ाने के लिए याद किया जाएगा, वहीं यह वर्ष आमतौर पर संयमित नेता के रूप में पहचान बनाने वाले बिहार के मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के दिए गए बयानों के लिए भी जाना जाएगा।बिहार में इस साल शुरू से लेकर अब तक सियासत में सबसे अधिक चर्चा जाति आधारित गणना तथा सरकारी नौकरियों एवं शैक्षणिक संस्थानों में आरक्षण की रही। इस दौरान प्रदेश में जाति आधारित सर्वेक्षण भी हुआ और उसकी रिपोर्ट के आधार पर आरक्षण का दायरा भी बढ़ाया गया।

ऐसा नहीं है कि जाति आधारित गणना की गूंज बिहार तक ही सीमित रही। दिल्ली से लेकर अन्य राज्यों में भी यह मुद्दा पूरे वर्ष गूंजता रहा।

हाल में ही पांच राज्यों में हुए विधानसभा चुनाव में भी यह मुद्दा उठता रहा। हालांकि प्रदेश में जाति आधारित गणना कराने की मंजूरी एनडीए सरकार में ही हो गई थी, लेकिन महागठबंधन की सरकार ने इस साल तमाम कानूनी और राजनीतिक बाधाओं को पार करते हुए प्रदेश में जाति आधारित गणना करवायी।

इस सर्वेक्षण के आधार पर एससी और एसटी के अलावा अति पिछड़ा समाज के लिए राज्य में आरक्षण 50 प्रतिशत से बढ़ाकर 65 प्रतिशत कर दिया गया। राष्ट्रीय स्तर पर भाजपा भले ही जाति आधारित गणना से दूर भागती रही हो लेकिन बिहार में भाजपा ने इस गणना और आरक्षण बढ़ाए जाने के समर्थन में खड़ी रही।

इस साल बिहार में शिक्षक नियुक्ति का मामला भी खूब गर्म रहा। नीतीश सरकार ने बिहार लोक सेवा आयोग द्वारा इस साल एक लाख से अधिक शिक्षकों को नौकरी भी दी।

पिछले विधानसभा चुनाव में राजद के नेता तेजस्वी यादव ने सरकार बनने के बाद पहली कैबिनेट की बैठक में 10 लाख लोगों को सरकारी नौकरी देने का वादा किया था।

यह साल मुख्यमंत्री नीतीश कुमार के बयानों को लेकर भी याद किया जाएगा। साल के उत्तरार्द्ध में मुख्यमंत्री नीतीश कुमार का विधानमंडल के दोनो सदनों में जनसंख्या नियंत्रण के संबंध में महिलाओं को लेकर दिया गया विवादास्पद बयान प्रदेश से लेकर राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में बना रहा। नीतीश कुमार को अपने इस बयान के लिए माफी तक मांगनी पड़ी।

इसके बाद मुख्यमंत्री ने मीडिया से भी दूरी बना ली। इस दौरान विधानसभा में पूर्व मुख्यमंत्री जीतन राम मांझी को लेकर तू तड़ाक़ के नीतीश के बयान भी राष्ट्रीय स्तर पर चर्चा में रहे।

इसके अलावा भी नीतीश कुमार के कई बयान भी इस साल खूब चर्चा में रहे। मोतिहारी में राष्ट्रपति द्रौपदी मुर्मू के समक्ष भाजपा के नेताओं की तरफ इशारा करते हुए 'आपलोगों को कभी छोड़ सकता हूं ' बयान से भी प्रदेश की सियासत खूब गर्म रही।

बहरहाल, लोग अब 2023 की खट्टे मीठे यादों के साथ वर्ष 2024 के स्वागत की तैयारियों में जुट गए हैं, जिससे आने वाला वर्ष सुखद खबरों को लेकर आए।

--आईएएनएस

एमएनपी/एसकेपी

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित