कलबुर्गी (कर्नाटक), 29 दिसंबर (आईएएनएस)। कर्नाटक पुलिस ने एक महिला पुलिसकर्मी का कॉल डिटेल रिकॉर्ड (सीडीआर) लीक करने पर शुक्रवार को मामले में ब्लैकमेलर के खिलाफ एफआईआर दर्ज की।
कलबुर्गी के महेश सांगवी के खिलाफ कलबुुुुर्गी सिटी साइबर क्राइम पुलिस स्टेशन में एफआईआर दर्ज की गई है।
पुलिस के अनुसार, जब वह कलबुर्गी शहर के अशोकनगर पुलिस स्टेशन में काम करती थी, तब आरोपी ने उसका परिचय हुआ। उसने उसका नंबर ले लिया और उससे चैट करता था। आर.जी. थाना पुलिस में स्थानांतरित होने के बाद नगर थाना पुलिस को आरोपी की आपराधिक पृष्ठभूमि के बारे में पता चला तब उसने खुद को आरोपी से अलग कर लिया।
आरोपी ने महिला से पैसे की मांग शुरू कर दी और धमकी दी कि वह उनकी निजी तस्वीरें और वीडियो सोशल मीडिया पर वायरल कर देगा। महिला अधिकारी ने उसे थप्पड़ मारकर भगा दिया था। पुलिस ने बताया कि इसके बावजूद आरोपी महिला अधिकारी को उससे शादी करने के लिए परेशान कर रहा था।
उसने उसके प्रस्तावों को अस्वीकार कर दिया था और दूसरे पुलिसकर्मी से सगाई कर ली थी। आरोपी ने महिला की सीडीआर डिटेल हासिल कर उसके मंगेतर को भेज दी और शादी टूट गई। पीड़िता ने शिकायत में यह भी बताया कि आरोपी ने उससे डेढ़ लाख रुपये भी ऐंठ लिए हैं।
पीड़िता ने कलबुर्गी शहर के पुलिस आयुक्त आर चेतन कुमार के पास शिकायत दर्ज कर उसे 'मानसिक रूप से प्रताड़ित' करने और उसकी निजता का 'उल्लंघन' करने के लिए दोषियों के खिलाफ कार्रवाई की मांग की। मामले की जांच डीसीपी कनिका सीकरीवाल ने की थी, जिन्हें मामले को बेहद गंभीरता से संभालने और प्राथमिकता के आधार पर रिपोर्ट सौंपने का निर्देश दिया गया था।
इससे पहले, महिला की सीडीआर विवरण लीक करने के आरोप में एक महिला अधिकारी सहित दो पुलिस हेड कांस्टेबल को निलंबित कर दिया गया था।
रिपोर्ट के बाद, पुलिस आयुक्त चेतन कुमार ने कलबुर्गी महिला पुलिस स्टेशन से जुड़े एक हेड कांस्टेबल तुकाराम और स्टेशन बाजार पुलिस स्टेशन से जुड़ी एक हेड कांस्टेबल वेद रत्ना को निलंबित करने का आदेश जारी किया था।
आरोपी हेड कांस्टेबलों ने सीडीआर निकालकर बेच दी थी। सीडीआर महिला पुलिस अधिकारी के मंगेतर को दे दी गई, इसके बाद शादी रद्द कर दी गई।
कर्नाटक के कलबुर्गी शहर में 22 दिसंबर को महिला पुलिस अधिकारी की उसके साथी अधिकारियों द्वारा सीडीआर लीक करने की घटना सामने आई थी।
सूत्रों ने बताया कि निलंबित पुलिसकर्मियों ने पीड़ित अधिकारी की सीडीआर प्राप्त करने में मिलीभगत की और उन्हें आरोपियों को सौंप दिया।
सीडीआर विवरण आम तौर पर अपराधों और अन्य महत्वपूर्ण मामलों में आरोपी व्यक्तियों के मोबाइल नंबरों से प्राप्त किए जाते हैं। लेकिन इस मामले में, आरोपी पुलिसकर्मियों ने कथित तौर पर महिला पुलिसकर्मी का मोबाइल नंबर अन्य आरोपी व्यक्तियों के संपर्क नंबरों की सूची में जोड़ दिया और एक वरिष्ठ अधिकारी से अनुमोदन प्राप्त किया।
--आईएएनएस
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