साइबर मंडे के लिए प्रीमियम डेटा प्राप्त करें: 55% तक की छूट InvestingProसेल को क्लेम करें

शिव सेना पर बरसे अयोध्या मंदिर के पुजारी, कहा- 'सिर्फ राम भक्‍तों को दिया गया है निमंत्रण'

प्रकाशित 01/01/2024, 09:37 pm
शिव सेना पर बरसे अयोध्या मंदिर के पुजारी, कहा- 'सिर्फ राम भक्‍तों को दिया गया है निमंत्रण'

अयोध्या (यूपी), 1 जनवरी (आईएएनएस)। भगवान राम पर की गई टिप्पणियों को लेकर श्री राम जन्मभूमि मंदिर के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास खुलकर सामने आए हैं। उन्‍होंने जवाब देते हुए कहा कि निमंत्रण केवल उन लोगों को दिया गया है जो "भगवान राम के भक्त" हैं।वह शिवसेना (यूबीटी) प्रमुख उद्धव ठाकरे की उस टिप्पणी पर प्रतिक्रिया दे रहे थे, जिसमें उन्होंने कहा था कि उन्हें राम मंदिर के उद्घाटन कार्यक्रम के लिए निमंत्रण नहीं मिला है।

आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा, "निमंत्रण केवल उन लोगों को दिया गया है जो भगवान राम के भक्त हैं। यह कहना बिल्कुल गलत है कि भाजपा भगवान राम के नाम पर लड़ रही है। हमारे प्रधान मंत्री का हर जगह सम्मान किया जाता है और उन्होंने अपने कार्यकाल में बहुत सारे काम किए हैं। यह राजनीति नहीं है, यह उनकी भक्ति है।''

आचार्य सत्येन्द्र दास ने शिव सेना (यूबीटी) नेता संजय राउत की उस टिप्पणी पर भी निशाना साधा, जिसमें उन्होंने कहा था कि अब केवल एक ही चीज बची है कि ''भाजपा भगवान राम को अपना उम्मीदवार घोषित करे।''

मुख्य पुजारी ने कहा, ''संजय राउत को इतना दर्द है कि वो उसे बयां भी नहीं कर सकते, ये वही लोग हैं जो भगवान राम के नाम पर चुनाव लड़ते थे। जो लोग भगवान राम को मानते हैं, वे सत्ता में हैं, वह क्या बकवास कर रहे हैं? वह भगवान राम का अपमान कर रहे हैं।''

इससे पहले संजय राउत ने अयोध्या में राम मंदिर के उद्घाटन के प्रचार के बीच भाजपा पर हमला बोलते हुए कहा था कि वह अगले साल लोकसभा चुनाव से पहले भगवान राम के नाम पर वोट मांगेगी।

राउत ने कहा, "पीएमओ और सरकार को अपना आधार अयोध्या स्थानांतरित कर लेना चाहिए। वे केवल राम के नाम पर वोट मांगेंगे क्योंकि उन्होंने और कुछ नहीं किया है।"

उन्होंने कहा कि शिव सेना के सदस्यों ने राम मंदिर आंदोलन में अपना खून और परिश्रम लगाया। बाला साहेब ठाकरे और हजारों शिवसैनिकों ने इसमें योगदान दिया। हम भी राम के भक्त हैं, दरअसल हम राम के सबसे बड़े भक्त हैं और हमारी पार्टी ने राम मंदिर के लिए बहुत त्याग किया है।

अयोध्या के राम मंदिर में प्राण-प्रतिष्ठा समारोह 16 जनवरी से शुरू होकर सात दिनों तक चलेगा। अंतिम दिन 22 जनवरी को सुबह की पूजा के बाद दोपहर में 'मृगशिरा नक्षत्र' में राम लला का अभिषेक किया जाएगा।

--आईएएनएस

एमकेएस/एबीएम

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित