बेंगलुरु, 1 फरवरी (आईएएनएस)। कर्नाटक में कांग्रेस सरकार, भाजपा और हिंदू संगठनों के बीच विवाद का मुद्दा बना हनुमान ध्वज हटाने का मामला अब धीरे-धीरे राज्य के अन्य क्षेत्रों में भी फैल रहा है।मांड्या जिले में एक सार्वजनिक स्थान से हनुमान ध्वज हटाए जाने के बाद कई कस्बों में सार्वजनिक स्थानों पर हरे झंडे लगाए गए।
चिक्कबल्लापुर शहर के स्थानीय लोगों ने गुरुवार को डोड्डाभजामे माने इलाके के पास एक ध्वज स्तंभ पर फहराए गए हरे झंडे को हटाने के लिए अधिकारियों के पास शिकायत दर्ज की है।
नगर निगम अधिकारियों ने मौके का दौरा किया था और संबंधितों को झंडा हटाने का निर्देश दिया था।
भाजपा नेताओं ने कोलार शहर के प्रसिद्ध घंटाघर पर स्थापित आधे चांद और स्टार वाली संरचना को हटाने की मांग की है।
कोडागु-मैसूर के भाजपा सांसद प्रताप सिम्हा ने भी अधिकारियों से मैसूरु शहर में हरा झंडा हटाने का आग्रह किया है।
प्रताप सिम्हा ने सरकार से सवाल किया था, ''क्या आपको मैसूर शहर के कैलासपुरम में अंबेडकर पार्क के पास हरा झंडा नहीं दिख रहा है? आपने एक झंडा क्यों हटा दिया और दूसरे को यहां रहने दिया?"
विवाद के बाद अधिकारियों ने बेंगलुरु के सांप्रदायिक रूप से संवेदनशील शिवाजी नगर के चांदनी चौक पर हरा झंडा हटा दिया था और राष्ट्रीय तिरंगा फहराया था।
इस बीच, बजरंग दल के सूत्रों ने कहा कि वे जिले में शुक्रवार से हनुमान ध्वज अभियान शुरू करेंगे। इससे पहले, विश्व हिंदू परिषद (विहिप) ने घोषणा की थी कि पूरे राज्य में केसरिया झंडा अभियान चलाया जाएगा, जहां सभी घरों पर झंडे फहराए जाएंगे।
समाना मनस्करा वेदिके ने 7 फरवरी को मांड्या में बंद का आह्वान किया है। वहीं, बजरंग दल ने हनुमान ध्वज हटाए जाने की निंदा करते हुए 9 फरवरी को मांड्या जिले में बंद का आह्वान किया है। बीजेपी इकाई ने हाल ही में राज्यव्यापी बंद भी किया था।
किसी भी अप्रिय घटना से बचने के लिए मांड्या जिले के केरागोडु गांव में जहां से विवाद शुरू हुआ था, वहां 200 से अधिक पुलिस कर्मियों को तैनात किया गया है। गांव में धारा 144 जारी रहेगी। घटनाक्रम को लेकर कर्नाटक सरकार चिंतित है।
--आईएएनएस
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