कोलकाता, 16 फरवरी (आईएएनएस)। राशन वितरण मामले में गिरफ्तार व्यवसायी बिस्वजीत दास के बांग्लादेश से संबंधों को लेकर ईडी ने जांच शुरू कर दी है। सूत्रों के मुताबिक, दास अक्सर बांग्लादेश आते-जातेे रहते थे। यही नहीं, वह पश्चिम बंगाल की मंत्री ज्योतिप्रिय मल्लिक और तृणमूल कांग्रेस नेता शंकर आध्या की विश्वासपात्र बताए जाते हैं।
यहां तक कि अपनी गिरफ्तारी से पहले भी दास बांग्लादेश में ही थे, लेकिन जब उन्हें यह सूचित किया गया कि ईडी अधिकारियों ने उनके परिसर में छापेमारी की है, तो वो फौरन बांग्लादेश से कोलकाता लौटे, जिसके बाद उन्हें गिरफ्तार किया गया।
मल्लिक और आध्या राशन वितरण मामले में संलिप्तता की वजह से अभी न्यायिक हिरासत में हैं। वहीं, आध्या से पूछताछ के बाद दास का नाम भी सामने आया है।
सूत्रों ने बताया कि ईडी अधिरकारी लगातार इस पूरे मामले की तह तक जा रहे हैं। ईडी अधिकारी हवाला और बांग्लादेश से संबंधों को लेकर अतिरिक्त साक्ष्य की तलाश में जांच कर रही है।
केंद्रीय एजेंसी के अधिकारियों के नवीनतम निष्कर्षों के अनुसार, आद्या और दास ने पहले कथित घोटाले की आय को कई विदेशी मुद्रा लेनदेन संस्थाओं के माध्यम से परिवर्तित करने और फिर उसे हवाला मार्ग के माध्यम से विदेश में भेजने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई।
बता दें कि हवाला के जरिए प्रमुख रूप से बांग्लादेश और दुबई में यह रकम भेजी गई थी।
न्यायिक हिरासत के अंतिम दिन दास को पीएमएलए कोर्ट में पेश किया गया। फिलहाल, पूरे मामले की सुनवाई जारी है।
ईडी दफ्तर से बाहर लाते समय दास ने खुद को निर्दोष बताया और कहा, ''हां, मैं शंकर शंकर अध्या को जानता हूं, लेकिन मेरे उसकेे साथ कभी प्रगाढ़ संबंध नहीं रहे हैं। मेरे साथ घोर अन्याय हुआ है। मैं एक सामान्य व्यापारी हूं। मैं इस तरह की राजनीतिक गतिविधियों में संलिप्त नहीं रहा हूं।"
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