वाराणसी, 23 फरवरी (आईएएनएस)। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने काशी की धरती से इंडी गठबंधन को सीधे-सीधे निशाने पर लिया। बनास काशी संकुल के उद्घाटन समारोह और पूर्वांचल के लिए 13 हजार करोड़ से अधिक की परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास करने के बाद पीएम मोदी ने विपक्ष पर जमकर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि दशकों के भ्रष्टाचार, परिवारवाद और तुष्टीकरण ने यूपी को पिछड़ा रखा। यूपी को बीमारू राज्य बनाया गया, युवाओं के भविष्य से खिलवाड़ किया गया। कांग्रेस के शाही परिवार का कहना है कि काशी के नौजवान नशेड़ी हैं। मोदी को गाली देते-देते दो दशक बिता दिए, अब ये लोग यूपी के नौजवानों पर फ्रस्टेशन निकाल रहे हैं। जिनके अपने होश ठिकाने नहीं हैं, वो मेरी काशी के बच्चों को नशेड़ी कह रहे हैं।
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस को ललकारते हुए कहा कि काशी और यूपी का नौजवान विकसित यूपी बनाने में जुटा है। अपना समृद्ध भविष्य लिखने के लिए परिश्रम की पराकाष्ठा कर रहा है। यूपी के युवा, कांग्रेस और इंडी गठबंधन द्वारा किया गया अपमान कभी नहीं भूलेंगे।
प्रधानमंत्री मोदी ने कांग्रेस और सपा पर हमलावर रुख अख्तियार करते हुए कहा कि परिवारवादी हमेशा युवा शक्ति और टैलेंट से डरते हैं। उन्हें लगता है कि सामान्य युवा को अवसर मिला तो वह हर जगह चुनौती देगा। इन्हें वही पसंद आते हैं, जो दिन रात इनकी जय-जयकार करते रहें। इनके गुस्से और बौखलाहट का एक और कारण यह है कि इन्हें काशी और अयोध्या का नया स्वरूप पसंद नहीं आ रहा है। ये राम मंदिर को लेकर कैसी-कैसी बातों से हमला करते हैं। मुझे नहीं पता था कि कांग्रेस को प्रभु श्रीराम से इतनी नफरत है। ये अपने परिवार और वोट बैंक से बाहर कुछ सोच ही नहीं पाते। जब चुनाव आता है तो ये लोग साथ आते हैं। जब परिणाम 'नील बटा सन्नाटा' होता है तो एक दूसरे को गाली देकर अलग हो जाते हैं।
पीएम मोदी ने भोजपुरी में इंडी गठबंधन पर तंज कसते हुए कहा कि 'ई बनारस हव इहां सब गुरू ह, इहां इंडी गठबंधन क पैंतरा ना चली। बनारस नाहीं पूरे यूपी के पता हव कि माल वही है पैकिंग नई है।''
उन्होंने कहा कि इस बार तो इनको जमानत बचाने के लिए बहुत संघर्ष करना पड़ेगा।
इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने अपने भाषण की शुरुआत भोजपुरी में करते हुए कहा, ''काशी की धरती पर आज एक बार फिर आवे क मौका मिलल हव। जब तक बनारस नाही आइत तब तक हमार मन नाहीं मानेला। 10 साल पहिले आप लोग हमके बनारस क सांसद बनइला, अब 10 साल में बनारस हमके बनारसी बना देलस।''
प्रधानमंत्री मोदी ने बताया कि आज 13 हजार करोड़ से ज्यादा की 45 परियोजनाएं हैं, जो पूर्वांचल और पूर्वी भारत के विकास को गति देंगे। इसमें रेल, रोड, एयरपोर्ट, पशुपालन, उद्योग, स्पोर्ट, कौशल विकास, स्वास्थ्य, स्वच्छता, अध्यात्म, पर्यटन, एलपीजी जैसे अनेक क्षेत्रों से जुड़े कार्य हैं। इससे रोजगार के बहुत से नये अवसर बनेंगे। उन्होंने बताया कि संत रविदास जी की जन्मस्थली से जुड़ी अनेक परियोजनाओं का लोकार्पण और शिलान्यास हुआ है।
उन्होंने कहा कि काशी और पूर्वांचल में कुछ भी अच्छा होता है तो मुझे आनंद होना बहुत स्वाभाविक है। फुलवरिया फ्लाईओवर वाराणसी के लिए वरदान साबित हुआ है। पहले बीएलडब्ल्यू से बाबतपुर एयरपोर्ट जाना होता था तो दो से तीन घंटे पहले निकलना होता था। जितना समय वाराणसी से दिल्ली जाने में नहीं लगता था, उससे ज्यादा देर फ्लाइट पकड़ने के लिए एयरपोर्ट पहुंचने में लगता था। अब इस फ्लाईओवर ने समय को आधा कर दिया है। इसके अलावा सिगरा स्टेडियम के कार्य का लोकार्पण किया गया है। बनारस के युवाओं के लिए आधुनिक शूटिंग रेंज की स्थापना की गई है।
पीएम मोदी ने बताया कि यहां आने से पहले बनास डेयरी प्लांट पर पशुपालक बहनों से बात करने का अवसर मिला। किसान परिवार की बहनों को दो तीन साल पहले स्वदेशी नस्ल की गीर गाय दी गई थी। मकसद था कि पूर्वांचल में बेहतर नस्ल की स्वदेशी गायों को लेकर जानकारी बढ़े। किसानों पशुपालकों को फायदा मिले। आज यहां साढ़े तीन सौ के करीब गीर गायों की संख्या पहुंच गई है। पहले जहां सामान्य गाय से 5 लीटर दूध मिलता था, वहीं गीर गाय 15 लीटर दूध देती है। इससे इन बहनों को हर महीने हजारों रुपए की अतिरिक्त कमाई हो रही है। हमारी बहनें लखपति दीदी बनने लगी हैं। ये स्वयं सहायता समूहों से जुड़ी 10 करोड़ बहनों के लिए बहुत बड़ी प्रेरणा हैं।
--आईएएनएस
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