भोपाल/रायपुर, 3 अप्रैल (आईएएनएस)। कांग्रेस ईवीएम के बदले मतपत्र के जरिए मतदान कराए जाने की लंबे अरसे से मांग कर रही है और अब तो कांग्रेस के दो पूर्व मुख्यमंत्रियों ने एक नया दांव चलने की रणनीति पर काम करना शुरू कर दिया है। इसके पीछे उनकी मंशा बैलेट पेपर से चुनाव कराए जाने की है। कांग्रेस नेताओं की ओर से दावा किया जा रहा है कि अगर किसी एक संसदीय क्षेत्र में 384 से ज्यादा उम्मीदवार होते हैं तो चुनाव ईवीएम के जरिए नहीं, बल्कि मतपत्र के जरिए होगा।
इसी बात को लेकर छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री भूपेश बघेल ने राजनांदगांव से उम्मीदवारी तय होने के बाद कार्यकर्ताओं से कहा था कि अगर लोकसभा चुनाव में 384 से अधिक उम्मीदवार एक सीट पर चुनाव लड़ते हैं तो निर्वाचन आयोग बैलेट पेपर के जरिए चुनाव कराने के लिए मजबूर होगा।
छत्तीसगढ़ के पूर्व मुख्यमंत्री बघेल ने जो बात कही, उसे मध्य प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह जो राजगढ़ संसदीय क्षेत्र से चुनाव लड़ रहे हैं, उन्होंने इसे आगे बढ़ाते हुए कहा कि अगर 400 लोग नामांकनपत्र दाखिल कर देंगे तो चुनाव बैलेट पेपर से होगा। उन्होंने तो यहां तक कहा कि वह इस तैयारी में जुटे हैं कि 400 लोग नामांकन पत्र दाखिल करें।
मध्य प्रदेश के मुख्य निर्वाचन पदाधिकारी अनुपम राजन का कहना है कि 384 तक उम्मीदवार होने की स्थिति में ईवीएम से ही मतदान होगा, इससे अधिक उम्मीदवार होने का प्रश्न वैसे तो काल्पनिक है, लेकिन अगर ऐसी स्थिति आती है तो चुनाव आयोग इस बारे में फैसला लेगा।
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