भोपाल, 23 अप्रैल (आईएएनएस)। मध्य प्रदेश में लोकसभा के तीसरे चरण का चुनाव रोचक है। इस चरण में दो पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह और शिवराज सिंह चौहान के अलावा केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया के भाग्य का फैसला होने वाला है। राज्य में लोकसभा की 29 सीटें हैं और यहां चार चरणों में मतदान हो रहा है। पहले चरण का मतदान 19 अप्रैल को हो चुका है और दूसरे चरण का मतदान 26 अप्रैल को होना है। तीसरे चरण में मतदान सात मई को होना है। तीसरे चरण में नौ संसदीय क्षेत्र हैं। इनमें विदिशा, राजगढ़, गुना, मुरैना, सागर, ग्वालियर, भिंड, भोपाल और बैतूल शामिल है।
इनमें से तीन राजगढ़, विदिशा और गुना पर सबकी नजर है। राजगढ़ से कांग्रेस ने पूर्व मुख्यमंत्री दिग्विजय सिंह को उम्मीदवार बनाया है और उनके यहां मुकाबला भाजपा के रोडमल नागर से है।
विदिशा में पूर्व मुख्यमंत्री शिवराज सिंह चौहान भाजपा के उम्मीदवार के तौर पर मैदान में हैं और उनके सामने कांग्रेस के प्रताप भानु शर्मा हैं। वहीं गुना में केंद्रीय मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया पहली बार भाजपा के उम्मीदवार के तौर पर चुनाव लड़ रहे हैं और उनके सामने कांग्रेस के यादवेंद्र सिंह यादव हैं।
राजगढ़ में दिग्विजय सिंह लगभग तीन दशक बाद लोकसभा का चुनाव लड़ने पहुंचे हैं। वे यहां से वर्ष 1984 और 1991 में सांसद रह चुके हैं। पिछला चुनाव उन्होंने भोपाल से लड़ा था और वह भाजपा की प्रज्ञा सिंह ठाकुर से मात खा गए थे।
इस बार राजगढ़ हाई प्रोफाइल सीटों में गिना जा रहा है। वहीं शिवराज सिंह चौहान एक बार फिर विदिशा से चुनाव लड़ रहे हैं। वह 1991 से 2004 तक पांच बार इस संसदीय क्षेत्र का प्रतिनिधित्व कर चुके हैं। यह उनका यहां से छठा चुनाव है।
गुना संसदीय क्षेत्र को सिंधिया परिवार का गढ़ माना जाता है, मगर पिछला चुनाव ज्योतिरादित्य सिंधिया ने कांग्रेस के उम्मीदवार के तौर पर लड़ा था जिसमें उन्हें हार का सामना करना पड़ा था। यहां से विजयाराजे सिंधिया और माधवराव सिंधिया भी निर्वाचित हुए हैं।
राज्य के तीसरे चरण में दिग्गजों के चुनाव मैदान में होने के कारण मुकाबला रोमांचक हो गया है। दोनों ही राजनीतिक दल भाजपा और कांग्रेस इन स्थानों पर जीत दर्ज करने के लिए पूरा जोर लगा रही है। साथ ही यह चुनाव इन दिग्गजों के राजनीतिक भविष्य का निर्धारण करने वाले भी होंगे।
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