पटना, 24 अप्रैल (आईएएनएस)। भाजपा ने बुधवार को कांग्रेस-राजद पर निशाना साधते हुए कहा कि कांग्रेस और राजद का असली चेहरा, तुष्टीकरण की घिनौनी राजनीति है। भाजपा के राष्ट्रीय मंत्री ऋतुराज सिन्हा ने कहा कि राहुल गांधी कहते हैं कि देश का एक्सरे करेंगे। सर्वेक्षण कराएंगे और सभी जाति, धर्म के लोगों की संपत्ति का सर्वे करेंगे। कांग्रेस ने 2024 के चुनाव के लिए जारी घोषणा पत्र में कहा है कि अल्पसंख्यक का सशक्तीकरण आवश्यक है। इसके लिए शिक्षा, सरकारी नौकरी और पीएसयू में उचित अवसर प्रदान करेंगे।
भाजपा मीडिया सेंटर में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि कांग्रेस यह बातें अचानक नहीं बोल रही है। कांग्रेस के लिए तुष्टीकरण का एजेंडा हमेशा रहा है। 2006 में तत्कालीन प्रधानमंत्री मनमोहन सिंह ने कहा था कि देश की संपत्ति और संसाधन पर पहला अधिकार अल्पसंख्यक यानी मुसलमानों का है। यही नहीं उसी दौर में सच्चर कमेटी की रिपोर्ट में कहा गया था कि दलितों से बुरी हालत अल्पसंख्यकों की है। रंगनाथ कमीशन की रिपोर्ट में यहां तक कहा गया था कि सरकारी नौकरियों में 15 प्रतिशत आरक्षण उनके लिए किया जाए। ऐसी स्थिति में कांग्रेस से सवाल है कि क्या ओबीसी कोटे से काटकर यह आरक्षण दिया जाएगा।
उन्होंने कहा कि संपत्ति का सर्वे कराकर जनसंख्या के आधार पर बांटने की बात होगी। कांग्रेस क्या बाबा साहब के संविधान के साथ छेड़छाड़ करेगी। उन्होंने तेजस्वी यादव से सवाल किया कि क्या वे भी कांग्रेस की तरह ओबीसी कोटे से काटकर अल्पसंख्यकों को आरक्षण देने के पक्ष में हैं। क्या तेजस्वी यादव एनआरसी का भी विरोध करते हैं। सीमांचल में जो आज हिन्दू अल्पसंख्यक हो गए हैं, उनकी संपत्ति का सर्वे कराकर क्या तेजस्वी भी मुसलमानों के बीच वितरित करवाने के कांग्रेस के एजेंडे के साथ हैं? भाजपा कभी भी सीमांचल में 'ममता मॉडल' लागू नहीं होने देगी।
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