नोएडा, 29 अप्रैल (आईएएनएस)। नोएडा में लोकसभा चुनाव के बाद अथॉरिटी एक्शन में आ गई है। बीते 24 घंटे में नोएडा प्राधिकरण ने करीब 260 करोड़ से ज्यादा कीमत की कब्जाई गई जमीन को भूमाफिया के कब्जे से मुक्त कराया।
पृथला खंजरपुर गांव के पास हिंडन नदी के करीब डूब क्षेत्र में माफियाओं ने 8,000 वर्ग मीटर जमीन पर अवैध कब्जा करके मकान का निर्माण कर लिया था। प्राधिकरण की भूलेख विभाग की टीम और वर्क सर्किल की टीम ने पुलिस बल के साथ संयुक्त रूप से कार्रवाई करते हुए सभी अवैध निर्माण को ध्वस्त कर दिया। मुक्त जमीन की अनुमानित कीमत लगभग 48 करोड़ रुपए आंकी जा रही है।
बसई गांव के खसरा संख्या-59, 60, 61 तथा 62, सेक्टर-68 में भूखंड संख्या 27ए जो पार्क के लिए नियोजित थी। उस पर भूमाफियाओं ने अवैध कब्जा कर लिया था। नोएडा प्राधिकरण की टीम ने यहां पर 4,500 वर्गमीटर की जमीन पर हुए निर्माण तथा टीन शेड की चारदिवारी को ध्वस्त करके जमीन को अतिक्रमण से मुक्त करा लिया। इस जमीन की कीमत तकरीबन 34 करोड़ रुपए बताई जा रही है।
नोएडा प्राधिकरण की टीम ने मदरहुड अस्पताल सेक्टर- 48 के सामने किए जा रहे अवैध निर्माण को मौके पर जाकर रूकवाया तथा शटरिंग ध्वस्त की। प्राधिकरण की वर्क सर्किल-3 के अधिकारियों ने थाने में अतिक्रमणकर्ताओं के खिलाफ एफआईआर दर्ज करवा दी है। प्राधिकरण की ओर से चलाए गए अभियान से भूमाफिया तथा अतिक्रमणकारियों में हड़कंप मचा हुआ है।
रविवार को प्राधिकरण ने हाजीपुर में खसरा नंबर-514 पर निर्मित कांप्लैक्स पर नोटिस चस्पा करते हुए अवैध अतिक्रमणकर्ता के खिलाफ एफआईआर दर्ज कराने के निर्देश दिए थे। इसके अलावा भंगेल में खसरा संख्या 217, 225, 226 पर महर्षि ट्रस्ट की सीमा के अंदर अवैध इमारतों को सील करने के निर्देश दिए।
वहीं, सलारपुर में खसरा संख्या 700 से 715 में करीब 30 हजार वर्गमीटर जमीन पर किए जा रहे अवैध निर्माण को ध्वस्त कराया गया। इस जमीन की अनुमानित लागत करीब 180 करोड़ रुपए आंकी जा रही है। इस जमीन पर अवैध दुकानें बनाई गई थी। यहां दो से तीन जेसीबी और भारी पुलिस लगाकर अवैध निर्माण को ध्वस्त कराया गया।
जमीन डीएससी रोड से सटी होने से इसकी कीमत कहीं ज्यादा है। साथ ही मास्टर प्लान के अनुसार ये जमीन नियोजित भी है। यही नहीं सलारपुर में खसरा संख्या 582, 600, 601, 602, 603, 605, 606, 607, 608, 609, 780 पर निर्माण इमारतों पर 'यह बिल्डिंग अवैध है' लिखवाया गया है। इन इमारतों को ध्वस्त किए जाने का काम जल्द किया जाएगा। इन इमारतों में गाड़ियों के शो रूम से लेकर सर्विस सेंटर तक शामिल हैं।
आईएएनएस
पीकेटी/एकेएस