नई दिल्ली, 30 अप्रैल (आईएएनएस)। भाजपा नेता और दिल्ली की चांदनी चौक से पार्टी प्रत्याशी प्रवीण खंडेलवाल के मुताबिक, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और उनके कामों ने पिछले 10 साल में एक विश्वास हासिल किया है। पीएम मोदी ने जो विकास कार्य किए, लोगों का मानना है कि वह कार्य आगे भी जारी रहने चाहिए। सब मानते हैं कि अगली सरकार पीएम मोदी ही बनाएंगे। प्रवीण खंडेलवाल ने आईएएनएस से दिल्ली में आप-कांग्रेस गठबंधन, भाजपा की स्थिति, दिल्ली के इंफ्रास्ट्रक्चर, स्कूल, अस्पताल और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के 10 साल के कार्यकाल को लेकर बातचीत की।
सवाल : क्या भाजपा दिल्ली में अपना पुराना प्रदर्शन दोहरा सकेगी?
जवाब : जी हां, प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा किए गए कार्य जमीन पर दिखाई दे रहे हैं। पीएम मोदी के प्रति लोगों में बेहद सकारात्मक भाव है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने आम लोगों के हितों के लिए काम किया है। प्रधानमंत्री मोदी छोटे कारीगरों के लिए विश्वकर्मा योजना लेकर आए। रेहड़ी पटरी वालों को स्वनिधि योजना के तहत लाभ पहुंचाया। गरीब परिवारों को कन्यादान योजना का लाभ दिया। मुद्रा योजना से लोगों को सीधा लाभ मिला है।
सवाल : आम आदमी पार्टी और कांग्रेस के बीच हुआ गठबंधन दिल्ली में भाजपा के लिए कितनी बड़ी चुनौती है?
जवाब : टूटी-फूटी कांग्रेस मुकाबला करने की स्थिति में ही नहीं है। कांग्रेस, आम आदमी पार्टी के सहारे अपना आधार हासिल करने की फिराक में है। वहीं, आम आदमी पार्टी चाहती है कि कांग्रेस के बचे-खुचे वोट उसे मिल जाए। यह गठबंधन पूरी तरह से अवसरवाद पर आधारित है। दिल्ली की जनता इस अनैतिक गठबंधन को नकार चुकी है। दिल्ली में इन दोनों दलों के बीच गठबंधन है। जबकि, पंजाब में कांग्रेस और आम आदमी पार्टी के नेता एक-दूसरे के खिलाफ प्रचार कर रहे हैं, एक-दूसरे को भला-बुरा कह रहे हैं।
सवाल : दिल्ली सरकार का कहना है कि उसने स्कूल, अस्पताल और ढांचागत के क्षेत्र में बेहतरीन कार्य किए हैं, जिससे उसे वोट मिलेंगे। इसे आप कैसे देखते हैं?
जवाब : दिल्ली में कई ऐसी बस्तियां हैं, जहां 200 लोगों पर केवल एक टॉयलेट है। साफ-सफाई नहीं रहती। वहीं, स्कूलों की बात की जाए तो आम आदमी पार्टी के शासन वाले नगर निगम के स्कूलों को लेकर हाईकोर्ट ने फटकार लगाई है। यहां छात्रों को न बैठने के लिए डेस्क है, न पढ़ने के लिए कॉपी-किताबें। स्कूल के स्टाफ को कई महीनों से वेतन नहीं मिला है। बताइए, कितने विधायक और मंत्री अपने बच्चों को इन स्कूलों में पढ़ाते हैं। यही हाल दिल्ली सरकार के सरकारी अस्पतालों का भी है। जहां दिल्ली के आम लोगों को प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी द्वारा शुरू की गई आयुष्मान योजना का लाभ तक नहीं मिल पा रहा है।
सवाल : दिल्ली में आम आदमी पार्टी ने 'जेल का जवाब वोट से' कैंपेन चलाया है। उनका कहना है कि मुख्यमंत्री को चुनाव प्रचार से रोकने के लिए गिरफ्तार किया गया है?
जवाब : 'जेल का जवाब वोट से' इस बात में कोई दम नहीं है। क्या किसी सामान्य व्यक्ति और मुख्यमंत्री के लिए अलग-अलग नियम-कानून होने चाहिए। अगर कोई छोटा या सामान्य व्यक्ति कुछ करता है तो उसे कानून के हिसाब से चलना होता है, फिर मुख्यमंत्री पर वही कानून लागू क्यों न हो।
सवाल : चांदनी चौक से आप चुनाव लड़ रहे हैं, यहां जनता के बीच आपके क्या प्रमुख वादे हैं?
जवाब : यहां मेडिकल सुविधाएं नहीं के बराबर है। सरकार बनने के बाद यहां 200 बेड का मल्टी फैसिलिटी अस्पताल बनाने जा रहा है। युवाओं के लिए खासतौर पर स्टार्टअप का गठन किया जाएगा। युवाओं के आइडियाज के आधार पर इनक्यूबेशन सेंटर फॉर यंग जेनरेशन बनाएंगे। इसके लिए फाइनेंस भी उपलब्ध कराया जाएगा।
--आईएएनएस
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