नई दिल्ली, 22 जुलाई (आईएएनएस)। कुकी समुदाय के सदस्यों ने शनिवार को दिल्ली के जंतर-मंतर पर मणिपुर की बर्बरता को लेकर विरोध प्रदर्शन किया। हाथों में तख्तियां लिए हुए सैकड़ों लोग न्याय की मांग कर रहे थे और दोषियों को फांसी देने की मांग कर रहे थे। मणिपुर में कुकी-ज़ोमी समुदाय की महिलाओं को निर्वस्त्र करने, परेड कराने और यौन उत्पीड़न की घटना के विरोध में उन्होंने धरना प्रदर्शन किया।
इस बीच, नॉर्थ ईस्ट स्टूडेंट्स ऑर्गनाइजेशन (एनईएसओ) ने भी घटना की निंदा की और कहा कि ऐसे कृत्य अपमानजनक, बर्बर और अमानवीय हैं जो सभ्य समाज में अस्वीकार्य हैं।
छात्रों के संगठन ने एक बयान में कहा, "इन महिलाओं को सबसे घृणित तरीके से अपमान सहना पड़ा, हर सही सोच वाले व्यक्ति में सिहरन पैदा करने के लिए पर्याप्त है।"
एनईएसओ ने यह भी कहा कि हर संघर्ष या दंगे में महिलाएं और बच्चे सबसे अधिक प्रभावित होते हैं और अक्सर उनका शिकार बनते हैं।
इसमें कहा गया है, "असहाय महिलाओं और बच्चों के खिलाफ अत्याचार को कभी भी माफ नहीं किया जाना चाहिए और सभी को इसकी निंदा करनी चाहिए।" साथ ही मांग की गई कि इस संवेदनहीन कृत्य में शामिल सभी दोषियों को गिरफ्तार किया जाय और उन्हें कड़ी सजा दी जानी चाहिए।
इसमें कहा गया, "एनईएसओ ने एक बार फिर मणिपुर और पूरे उत्तर पूर्व में विभिन्न स्वदेशी समुदायों से शांति और भाईचारा बनाए रखने का आग्रह किया ताकि पीढ़ियों से विकसित हुए सदियों पुराने रिश्ते को और मजबूत किया जा सके।"
--आईएएनएस
एसकेपी