कोलकाता, 3 अगस्त (आईएएनएस)। पीपुल्स फॉर द एथिकल ट्रीटमेंट ऑफ एनिमल्स (पेटा) इंडिया ने दो साल के घोड़े को कोलकाता मैदान में बाड़ पर लटकाए जाने की घटना पर प्राथमिकी दर्ज कराई है।
एफआईआर में, पशु अधिकार संगठन ने कहा कि घोड़े के पेट पर एक बड़ा घाव हो गया, इससे आंतें बाहर निकल गईं।
पेटा-इंडिया के वकालत परियोजनाओं के उप निदेशक हर्षिल माहेश्वरी ने कहा, “इस मामले में भारतीय दंड संहिता के तहत केस दर्ज कराया गया है।
एफआईआर में, समूह ने यह भी आरोप लगाया कि मामल को राज्य पशु संसाधन विकास विभाग के ध्यान में लाया गया था और घोड़े के इलाज के लिए विभाग से सहायता मांगी गई थी, लेकिन कोई भी पशुचिकित्सक मौके पर घोड़े का इलाज करने नहीं आया।
बिना कोई शामक दिए घोड़े को एक ट्रक पर लाद दिया गया और एक पशु अस्पताल में ले जाया गया, जो घटना स्थल से लगभग 10 किमी दूर है, इससे उसकी हालत खराब हो गई और उसे अत्यधिक पीड़ा सहनी पड़ी।
पेटा इंडिया के अधिकारी ने दावा किया कि पशु अस्पताल में कोई सर्जिकल उपकरण, सिवनी सामग्री, दर्द निवारक दवाएं नहीं थीं और घायल जानवर को संभालने के लिए भी अपर्याप्त उपकरण थे।
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