पटना, 9 अगस्त (आईएएनएस)। बिहार के कई जिलों और नेपाल में बारिश से राज्य की प्रमुख नदियों के जलस्तर में वृद्धि हुई है, जिससे निचले इलाकों में बाढ़ का खतरा पैदा हो गया है। राज्य में बागमती, कोसी, कमला बालान जैसी नदियां उफान पर हैं। इससे उत्तर बिहार में बाढ़ के हालात पैदा हो गए हैं।पटना में गंगा नदी का जलस्तर भी खतरे के निशान के करीब पहुंच गया है।
इधर, मौसम विभाग ने राज्य के कई जिलों में बारिश की संभावना जताई है।
बाढ़ नियंत्रण कक्ष के मुताबिक, गंडक नदी पर बने बाल्मिकीनगर बराज पर जलस्तर बुधवार की सुबह 6 बजे 2.86 लाख क्यूसेक था। कोसी नदी के जलस्तर में वृद्धि देखी जा रही है। कोसी नदी पर बने वीरपुर बराज में कोसी का जलस्तर सुबह छह बजे 1.94 लाख क्यूसेक था जो आठ बजे बढ़कर 1.95 लाख क्यूसेक पहुंच गया।
इधर, नेपाल में हो रही भारी बारिश की वजह से बिहार में गंगा, बागमती, कमला, गंडक नदी खतरे के निशान को पार कर गई है। सीतामढ़ी में निचले इलाकों में बाढ़ का पानी घुस गया है। पश्चिमी चंपारण और गोपालगंज जिले में तटबंधों की निगरानी बढ़ा दी गई है।
बाढ़ नियंत्रण कक्ष के मुताबिक, बागमती नदी ढेंग, सोनाखान, डूबाधार, बेनीबाद सहित कई स्थानों पर खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
इधर, कोसी नदी बलतारा और विजय घाट ब्रिज के पास खतरे के निशान को पार कर गई है।
गंगा नदी पटना के गांधीघाट और हाथीदह के पास लाल निशान को पार कर गई है।
गंडक डुमरीघाट और लालगंज के पास खतरे के निशान से ऊपर बह रही है।
मौसम विभाग के पूर्वानुमान के मुताबिक पूरे उत्तर बिहार में बुधवार को बज्रपात की आशंका बनी रहेगी। इस दौरान मधुबनी, दरभंगा, सहरसा और सुपौल जिले में भारी बारिश की आशंका है। किशनगंज, पूर्वी चंपारण, पश्चिम चंपारण, मुजफ्फरपुर और समस्तीपुर जिले में भारी बारिश की संभावना है।
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