💎 आज के बाजार में सबसे स्वस्थ कंपनियों को देखेंशुरू करें

आईबी टीम के अशोका यूनिवर्सिटी के दौरे पर कांग्रेस ने कहा : 'लोकतंत्र की हत्या की बात साबित कर रही सरकार'

प्रकाशित 23/08/2023, 01:58 am
आईबी टीम के अशोका यूनिवर्सिटी के दौरे पर कांग्रेस ने कहा : 'लोकतंत्र की हत्या की बात साबित कर रही सरकार'

नई दिल्ली, 22 अगस्त (आईएएनएस)। कांग्रेस ने मंगलवार को भाजपा के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार की आलोचना करते हुए उस पर प्रोफेसर सब्‍यसाची दास के शोधपत्र को लेकर हुए विवाद के बीच हरियाणा के सोनीपत स्थित अशोका यूनिवर्सिटी में इंटेलिजेंस ब्यूरो (आईबी) की टीम भेजने का आरोप लगाया। पार्टी ने कहा, ''सरकार लोकतंत्र की हत्या की बात साबित कर रही है।''कांग्रेस महासचिव जयराम रमेश ने एक ट्वीट में कहा : "एक प्रमुख निजी विश्‍वविद्यालय में एक अकादमिक के बाद इंटेलिजेंस ब्यूरो को भारत में लोकतांत्रिक गिरावट का साक्ष्य के साथ विश्‍लेषण करने के लिए भेजकर नरेंद्र मोदी के नेतृत्व वाली केंद्र सरकार इस बात को साबित कर रही है कि भारत में लोकतंत्र की हत्या हाेे रही है। यह सचमुच अभूतपूर्व है।"

उन्होंने अपने ट्वीट के साथ एक समाचार रिपोर्ट भी संलग्न की।

उनकी टिप्पणी तब आई, जब संकाय सदस्यों द्वारा उनके काम में हस्तक्षेप न करने की उनकी मांगों को स्वीकार करने और 23 अगस्त तक प्रोफेसर दास से संबंधित मुद्दे को हल करने की समय सीमा से ठीक दो दिन पहले इंटेलिजेंस ब्यूरो की एक टीम ने अशोक विश्‍वविद्यालय के दरवाजे पर दस्तक दी।

विश्‍वविद्यालय परिसर के सूत्रों ने आईएएनएस को बताया कि आईबी अधिकारियों की एक टीम दास की तलाश के लिए विश्‍वविद्यालय परिसर में पहुंची थी।

सूत्र ने कहा कि वे दास से मिलना चाहते थे, जिनके शोधपत्र में 2019 के चुनावों में मतदाता हेरफेर का सुझाव दिया गया था, जिससे विवाद पैदा हो गया।

हालांकि, आईबी अधिकारियों को विश्‍वविद्यालय के अधिकारियों ने सूचित किया कि दास छुट्टी पर हैं।

बातचीत के बाद आईबी अधिकारी अर्थशास्त्र विभाग में अन्य संकाय सदस्यों से मिलना चाहते थे।

दास ने इस महीने की शुरुआत में विश्‍वविद्यालय से इस्तीफा दे दिया था, जिसके बाद प्रोफेसर पुलाप्रे बालाकृष्णन ने भी उनका इस्तीफा स्वीकार किए जाने के विरोध में इस्तीफा दे दिया था।

अर्थशास्त्र, समाजशास्त्र और मानव विज्ञान और राजनीति विज्ञान सहित विश्‍वविद्यालय के कई विभागों ने दास के प्रति अपनी एकजुटता व्यक्त की है और उनकी तुरंत बहाली की मांग की है।

देशभर के 91 विश्‍वविद्यालयों के लगभग 320 अर्थशास्त्रियों ने दास को अपना समर्थन दिया है और विश्‍वविद्यालय से उन्हें तुरंत बहाल करने का आग्रह किया है।

--आईएएनएस

एसजीके

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित