💎 आज के बाजार में सबसे स्वस्थ कंपनियों को देखेंशुरू करें

लोकतंत्र के मंदिर इन दिनों अशांति और व्यवधान के अड्डे बन गए हैं : जगदीप धनखड़

प्रकाशित 23/08/2023, 05:18 am
लोकतंत्र के मंदिर इन दिनों अशांति और व्यवधान के अड्डे बन गए हैं : जगदीप धनखड़

उदयपुर, 22 अगस्त (आईएएनएस)। उपराष्ट्रपति एवं राज्यसभा के सभापति जगदीप धनखड़ ने सदनों में लगातार हो रहे हंगामे की स्थिति पर गहरी वेदना व्यक्त करते हुए कहा कि जनप्रतिनिधियों की संस्था अत्यधिक दबाव में है और संवाद, विचार-विमर्श, बहस और चर्चा के लिए बना लोकतंत्र का मंदिर इन दिनों अशांति और व्यवधान के अड्डे बन गए हैं।उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि एक निष्क्रिय विधायिका में लोकतांत्रिक मूल्यों को कमजोर करने की क्षमता है जो लोकतंत्र के विकास में बाधक होगा। राजस्थान के उदयपुर में आयोजित दो दिवसीय राष्ट्रमंडल संसदीय संघ (सीपीए) भारत क्षेत्र के 9वें सम्मेलन के दूसरे और अंतिम दिन समापन भाषण देते हुए उपराष्ट्रपति धनखड़ ने जनप्रतिनिधियों को जनता की उम्मीदों पर खरा उतरने के लिए काम करने की नसीहत देते हुए यह तल्ख टिप्पणी भी की।

उन्‍होंने कहा कि संसद एवं विधानमंडलों में व्यवधान और जनप्रतिनिधियों के गलत आचरण एवं नॉन परफोर्मेंस कोविड से भी ज्यादा खतरनाक है और इसका जल्द से जल्द समाधान निकालने की जरूरत है। धनखड़ ने शासन में कार्यपालिका की जवाबदेही और वित्तीय अनुशासन सुनिश्चित करने के लिए जन प्रतिनिधियों की सर्वोपरि भूमिका को रेखांकित करते हुए कहा कि सरकार के तीनों अंगों - विधायिका, न्यायपालिका और कार्यपालिका - में से न्यायपालिका और कार्यपालिका सामंजस्य के साथ कार्य करते हैं, जबकि विधायिका, जोकि सर्वोच्च है, इन दिनों कमजोर हो गई है। लोकतंत्र के मंदिर में व्यवधान एक नई पारिपाटी सी बन गई है।

उन्होंने कहा कि इसी वजह से संसद और विधानमंडल लगातार अप्रांसगिक होते जा रहे हैं जो कि लोकतंत्र के लिए शुभ संकेत नहीं है। उन्होंने राजनीतिक दलों और उनके नेताओं को इस हालात के लिए जिम्मेदार बताते हुए कहा कि सांसदों और विधायकों को अपने नेताओं से सवाल करना चाहिए, अपनी पार्टी के साथ तर्क करना चाहिए।

उन्होंने यह भी कहा कि केवल संसद ही लोगों की इच्छा को अभिव्यक्त करती है और विधायिका का प्रभावी और सक्रिय कामकाज लोकतांत्रिक मूल्यों के फलने-फूलने की सबसे सुरक्षित गारंटी है।

राज्यसभा के सभापति ने सरकार और विपक्ष के बीच सामंजस्य पर जोर देते हुए आगे कहा कि संसदीय लोकतंत्र के ढांचे के अदंर सरकार और विपक्ष दोनों एक अपरिहार्य भूमिका निभाते हैं, ऐसी संसद जहां सरकार और विपक्ष मिलकर काम करते हैं, राष्ट्र के हित में है और सरकार और विपक्ष के बीच तालमेल अत्यंत महत्वपूर्ण है। विधायिका में विपक्ष की मुख्य भूमिका जवाबदेही और पारदर्शिता सुनिश्चित करना है।

उन्होंने मणिपुर के मसले पर मानसून सत्र के दौरान विपक्षी दलों द्वारा किए गए हंगामे पर गहरी नाराजगी जताते हुए यह भी जोड़ा कि राज्यसभा में मणिपुर मसले पर चर्चा क्यों नहीं हो पाई, यह सोचना चाहिए, जबकि 20 जुलाई को ही मणिपुर पर चर्चा के लिए सहमत होने वाले वे स्वयं पहले व्यक्ति थे।

इसके साथ ही उन्होंने यह भी जोड़ा कि चर्चा के जरिए सरकार की जवाबदेही तय होती है। राजनीति करनी चाहिए, लेकिन हर वक्त राजनीति ही नहीं करनी चाहिए।

हालांकि उपराष्ट्रपति धनखड़ के बाद बोलने के लिए खड़े हुए राजस्थान विधानसभा के अध्यक्ष डॉ. सी.पी. जोशी ने राजनीतिक दलों और राजनीतिक दलों के नेताओं के रवैये पर उपराष्ट्रपति धनखड़ की द्वारा की गई तल्ख टिप्पणियों का जवाब देते हुए कहा कि पीठासीन अधिकारियों की नियति राजनीतिक दल तय करते हैं, जितनी भी नीतियां बनी हैं, वे नेताओ ने ही बनाई हैं, इसलिए जो कुछ भी हमने प्राप्त किया है, उसका श्रेय राजनीतिक दलों को भी देना चाहिए।

--आईएएनएस

एसटीपी/एसजीके

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित