💎 आज के बाजार में सबसे स्वस्थ कंपनियों को देखेंशुरू करें

आदिवासी छात्र संगठन ने कोकबोरोक भाषा के लिए रोमन लिपि लागू करने की मांग को लेकर 12 घंटे का त्रिपुरा बंद का किया आह्वान

प्रकाशित 28/08/2023, 01:19 am
आदिवासी छात्र संगठन ने कोकबोरोक भाषा के लिए रोमन लिपि लागू करने की मांग को लेकर 12 घंटे का त्रिपुरा बंद का किया आह्वान

अगरतला, 27 अगस्त (आईएएनएस)। प्रभावशाली ट्विप्रा स्टूडेंट्स फेडरेशन (टीएसएफ) ने आदिवासी कोकबोरोक भाषा के लिए रोमन लिपि लागू करने और 125वें संवैधानिक संशोधन विधेयक को पारित करने की मांग को लेकर सोमवार को त्रिपुरा में 12 घंटे के बंद का आह्वान किया है।राज्य की मुख्य आदिवासी-आधारित विपक्षी टिपरा मोथा पार्टी और टीएसएफ पिछले कुछ महीनों से कोकबोरोक भाषा में रोमन लिपि शुरू करने और 125वें संवैधानिक संशोधन विधेयक को मंजूरी देने के लिए कई आंदोलन कार्यक्रम आयोजित कर रहे हैं, जो अधिनियमित होने पर पूर्वोत्तर में दस आदिवासी स्वायत्त निकायों को और सशक्त बनाएगा - असम, मिजोरम और मेघालय में तीन-तीन और त्रिपुरा में एक।

टीएसएफ के अध्यक्ष सम्राट देबबर्मा और महासचिव हामुलु जमातिया ने कहा कि आंदोलन के बावजूद वर्तमान राज्य सरकार उनकी मांगों के प्रति उदासीन है।

जमातिया ने कहा कि चूंकि सरकार उनकी दो महत्वपूर्ण मांगों के प्रति गैर जिम्मेदार है, इसलिए उन्हें सोमवार को सुबह से शाम तक बंद का आह्वान करने के लिए मजबूर होना पड़ा है।

संविधान 125वां (संशोधन) विधेयक 2019 में सरकार द्वारा राज्यसभा में पेश किया गया था और यह संविधान की 6वीं अनुसूची को और मजबूत करने का प्रयास करता है, जिसके तहत असम, मेघालय, मिजोरम और त्रिपुरा में दस आदिवासी स्वायत्त निकायों का गठन किया गया था।

त्रिपुरा की 40 लाख आबादी में से 12 लाख आदिवासी आबादी है और 70 प्रतिशत आदिवासी कोकबोरोक भाषा बोलते हैं, जिसे 1979 में तत्कालीन सीपीआई-एम के नेतृत्व वाली वाम मोर्चा सरकार द्वारा दूसरी आधिकारिक भाषा के रूप में मान्यता दी गई थी।

कोकबोरोक के लिए रोमन लिपि की मांग को हाल ही में तब बल मिला, जब ऐसी खबरें आईं कि त्रिपुरा के विभिन्न स्कूलों, विशेष रूप से केंद्रीय माध्यमिक शिक्षा बोर्ड द्वारा संचालित स्कूलों में छात्रों को सीबीएसई बोर्ड परीक्षा में कोकबोरोक विषय के उत्तर बांग्‍ला में लिखने के लिए मजबूर किया गया था।

टिपरा मोथा पार्टी भी कोकबोरोक के लिए रोमन लिपि शुरू करने की मांग को लेकर पूरे त्रिपुरा में आंदोलन चला रही है।

पांच दशकों से अधिक समय से कोकबोरोक भाषा के लिए बांग्‍ला और रोमन लिपियों के उपयोग पर बहस चल रही है।

जबकि कुछ कोकबोरोक भाषी बंगाली का समर्थन करते हैं, अधिकांश आदिवासी बुद्धिजीवी और शिक्षाविद रोमन लिपि की वकालत करते हैं।

1988 के बाद से आदिवासी नेता श्यामा चरण त्रिपुरा और भाषाविद् और शिक्षाविद् पबित्रा सरकार के तहत इस मुद्दे पर दो आयोग स्थापित किए गए हैं।

टिपरा मोथा पार्टी के एक नेता ने कहा कि कोकबोरोक आदिवासी लोगों की मातृभाषा है और यह तिब्बती-बर्मन परिवार से संबंधित है और पूर्वोत्तर क्षेत्र की अन्य भाषाओं जैसे बोडो, गारो और दिमासा के करीब है।

--आईएएनएस

एसजीके

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित