💎 आज के बाजार में सबसे स्वस्थ कंपनियों को देखेंशुरू करें

इंडिया बनाम भारत विवाद घबराहट में दी गई प्रतिक्रिया: राहुल गांधी

प्रकाशित 09/09/2023, 12:20 am
इंडिया बनाम भारत विवाद घबराहट में दी गई प्रतिक्रिया: राहुल गांधी

ब्रुसेल्स, 8 सितंबर (आईएएनएस)। इंडिया बनाम भारत विवाद को 'ध्यान भटकाने की रणनीति' और 'घबराहट की प्रतिक्रिया' करार देते हुए कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने शुक्रवार को कहा कि सरकार थोड़ी डरी हुई है और प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी इस हद तक 'परेशान' हैं कि वह देश का नाम बदलना चाहते हैं जो "बेतुका" है।एक सप्ताह की यूरोप यात्रा पर यहां आये राहुल गांधी ने एक पत्रकार सम्मेलन में कहा, "संविधान में हमारे पास जो नाम हैं, उनसे मैं खुश हूं। 'इंडिया दैट इज भारत' मेरे लिए बिल्कुल सही काम करता है। मुझे लगता है कि ये घबराहट की प्रतिक्रिया हैं, सरकार में थोड़ा डर है और यह ध्यान भटकाने की रणनीति है।”

उन्होंने कहा कि विपक्षी दल "हमारे गठबंधन के लिए इंडिया (इंडियन नेशनल डेवलपमेंटल इंक्लूसिव एलायंस) नाम लेकर आए और यह एक शानदार विचार है क्योंकि यह दर्शाता है कि हम कौन हैं"।

उन्होंने कहा, "हम खुद को भारत की आवाज मानते हैं इसलिए यह शब्द हमारे लिए बहुत अच्छा काम करता है। लेकिन यह वास्तव में प्रधानमंत्री को बहुत परेशान करता है और वह देश का नाम बदलना चाहते हैं जो बेतुका है।"

मणिपुर हिंसा पर चर्चा करते हुए उन्होंने कहा कि उनकी पार्टी लोकतांत्रिक अधिकारों और शांति के पक्ष में है और देश में लोकतांत्रिक और संस्थानों पर हमले हो रहे हैं।

राहुल गांधी ने कहा, "मणिपुर पर हमारी स्थिति बहुत स्पष्ट थी। मैंने मणिपुर का दौरा किया था और मुझे लगता है कि हम लोगों के बीच लोकतांत्रिक अधिकारों, सद्भाव और शांति के पक्ष में हैं।"

उन्‍होंने कहा, "और जैसा कि सैम पित्रोदा ने कहा, मैं उसी उद्देश्य (एकता और शांति) के लिए (भारत जोड़ो यात्रा में) 4,100 किलोमीटर से अधिक चला और मेरी समझ से देश के लोगों को लगता है कि लोकतांत्रिक संरचनाओं और संस्थागत संरचनाओं पर देश को चलाने वाले लोगों के समूह द्वारा हमला किया जा रहा है। मुझे नहीं लगता कि इस बात से कोई अ‍नभिज्ञ है। मुझे लगता है कि भारत के बारे में जानकारी रखने वाला कोई भी व्यक्ति यह जानता है।'' उन्होंने कहा कि निश्चित रूप से दूसरी चिंताएं भी हैं, जिसके बारे में इन दिनों भारत से ताल्‍लुक रखने वाला हर व्‍यक्ति अच्‍छी तरह जानता है।

यहां मणिपुर का मुद्दा उठाये जाने के बारे में पूछे गये एक सवाल के जवाब में राहुल गांधी ने कहा, “हमारी लड़ाई भारत में लोकतांत्रिक और लोकतंत्र के लिए है। यह हमारी ज़िम्मेदारी है और हम इसका ध्यान रखेंगे, और हम यह सुनिश्चित करेंगे कि हमारे संस्थानों और हमारी स्वतंत्रता पर इस तरह के हमले रुकें।''

उन्होंने मणिपुर में मानवाधिकार की स्थिति पर चर्चा करने के लिए यूरोपीय संसद के सदस्‍यों (एमईपी) के साथ एक गोलमेज बैठक की। बैठक आधिकारिक एजेंडे में नहीं थी, इसलिए इसे बंद दरवाजे के पीछे आयोजित किया गया।

सूत्रों के मुताबिक, बैठक अच्छी रही और राहुल गांधी एमईपी के साथ मणिपुर में मानवाधिकार का मुद्दा उठाने में सफल रहे। यूरोपीय संसद के सदस्‍य कथित तौर पर स्थिति के बारे में चिंतित थे और उन्होंने राज्य के लोगों के लिए अपना समर्थन व्यक्त किया।

कश्मीर और अंतर्राष्ट्रीय कूटनीति की भूमिका पर एक अन्य सवाल पर कांग्रेस नेता ने कहा, "कश्मीर भारत का अभिन्न अंग है इसलिए यह भारत के अलावा किसी का मामला नहीं है।"

राहुल गांधी ने कहा, "हमारी स्थिति बहुत स्पष्ट है और यहां तक कि सीडब्ल्यूसी के एक प्रस्ताव में भी हमने इसका उल्लेख किया है। लेकिन मुझे लगता है कि लोकतांत्रिक संरचनाओं और संस्थानों की रक्षा की जानी चाहिए और लोगों की आवाज की रक्षा और बचाव की जरूरत है और यह कश्मीर सहित पूरे भारत के बारे में है।"

जब उनसे पेगासस के बारे में पूछा गया और क्या अब भी उनकी जासूसी की जा रही है, तो उन्होंने कहा, "मेरा मतलब यह है कि पेगासस मेरे फोन पर था, यह एक ज्ञात तथ्य है। मुझे इस बात की विस्तृत जानकारी नहीं है कि मुझे कैसे ट्रैक किया जाता है, लेकिन मुझे ट्रैक किया जाता है, मैं निश्चित रूप से आश्वस्त हूं।"

राहुल गांधी 6 सितंबर को ब्रुसेल्स पहुंचे और 11 सितंबर तक फ्रांस, नीदरलैंड और नॉर्वे जैसे कुछ अन्य देशों का दौरा करेंगे और कई इंटरैक्टिव कार्यक्रमों में भाग लेंगे और व्यापारियों तथा प्रवासी भारतीयों से भी मिलेंगे।

अपनी यात्रा समाप्त करने के बाद उनका 12 सितंबर को लौटने का कार्यक्रम है।

--आईएएनएस

एकेजे

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित