नई दिल्ली, 9 सितंबर (आईएएनएस)। दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति सिरिल रामाफोसा ने शनिवार को अफ्रीकी संघ को जी20 समूह के सदस्य के रूप में शामिल किए जाने पर खुशी व्यक्त की।
रामफोसा ने एक्स पर कहा, "हमें खुशी है कि जी20 ने अफ्रीकन यूनियन को संगठन के सदस्य के रूप में स्वीकार कर लिया है।"
अफ्रीकी संघ को जी20 में शामिल करने की घोषणा सुबह प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सभी सदस्यों की तालियों के बीच की।
राष्ट्रपति ने कहा, "कोविड19 महामारी के मद्देनजर वैश्विक पुनर्निर्माण निम्न-कार्बन, जलवायु में परिवर्तन को तेज करने का एक अनूठा अवसर प्रस्तुत करता है।"
“रामफौसा ने अफ्रीकी देशों के सामने आने वाली चुनौतियों को रेखांकित करते हुए कहा, "इस संकट के लिए कम से कम ज़िम्मेदारी लेने के बावजूद, विकासशील अर्थव्यवस्थाएं जलवायु परिवर्तन का खामियाजा भुगत रही हैं। जैसे अफ़्रीकी और अन्य विकासशील अर्थव्यवस्था वाले देशों में, हम महत्वपूर्ण विकासात्मक चुनौतियों के बीच अपनी जलवायु प्रतिबद्धताओं को पूरा करने के कार्य का सामना कर रहे हैं।
उन्होंने कहा कि जलवायु परिवर्तन, पर्यावरणीय गिरावट, अस्थिर उपभोग और उत्पादन और संसाधनों की कमी ऐसी चुनौतियाँ हैं जिनका समाधान सामूहिक रूप से और बड़ी एकजुटता के साथ ही किया जा सकता है।
दक्षिण अफ्रीका के राष्ट्रपति ने जोर देकर कहा, "दक्षिण अफ्रीका सतत विकास के लिए एक संवर्धित और विस्तारित वैश्विक साझेदारी का आह्वान करता है। इसे विकास के वित्तपोषण पर अदीस अबाबा एक्शन एजेंडा में उल्लिखित ठोस नीतियों और कार्यों द्वारा समर्थित किया जाना चाहिए।"
इस बीच, ब्रिटेन के प्रधानमंत्री ऋषि सुनक ने कहा कि जी20 नेता चुनौतियों के समय मिल रहे हैं।
एक्स पर उन्होंने कहा, "15 साल पहले, जी20 नेता वित्तीय संकट के बाद वैश्विक विकास को बहाल करने के लिए पहली बार एक साथ आए थे। हम बहुत चुनौतियों के समय में मिल रहे हैं।दुनिया नेतृत्व प्रदान करने के लिए एक बार फिर जी20 की ओर देख रही है। सुनक ने कहा, मेरा मानना है कि हम मिलकर इन चुनौतियों से निपट सकते हैं
--आईएएनएस
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