जयपुर, 10 सितंबर (आईएएनएस)। सिटी पैलेस जयपुर में शनिवार को जयपुर राजघराने के 303वें वंशज पद्मनाभ सिंह ने अपने महल परिसर में मीडिया छात्रों की मेजबानी की। ये छात्र ऐतिहासिक पिंक सिटी में एक संक्षिप्त प्रवास के लिए देश भर से आए थे।पद्मनाभ सिंह को दुनिया के बेस्ट पोलो खिलाड़ियों और एक स्टाइल आइकन में गिना जाता है, जिन्होंने अपने विशिष्ट स्टाइल स्टेटमेंट, लाइफस्टाइल और अपने पोलो स्किल से दुनिया भर में अपनी छाप छोड़ी है।
शनिवार को, जयपुर 'किंग' सिंपल व्हाइट आउटफिट और हाथ से बनी जूतियां पहने हुए छात्रों के बीच शामिल हुए। उन्होंने अपनी स्टाइल से लेकर पोलो गेम तक छात्रों द्वारा पूछे गए सवालों के जवाब दिए।
छात्र उनकी 'सेंस ऑफ स्टाइल' के बारे में जानने को उत्सुक थे, उन्होंने इसका श्रेय अपने परिवार की शाही विरासत को दिया।
सिंह ने मुस्कुराते हुए कहा, ''मेरा 'सेंस ऑफ स्टाइल' मेरे परिवार की शाही विरासत से प्रेरणा लेती है। जैसा कि आप जानते होंगे, मेरी दादी को भारत की सबसे प्रसिद्ध महारानी के रूप में जाना जाता है और उनका मुझ पर गहरा प्रभाव पड़ा है। निजी तौर पर, मुझे सादगी पसंद है, मैं अक्सर सादे सफेद कपड़े चुनता हूं, जैसे कि चीनी कॉलर शर्ट जो मैं आज पहन रहा हूं। मुझे भारतीय पारंपरिक कपड़े विशेष रूप से आकर्षक लगते हैं। यह मेरे लिए शालीन लालित्य की भावना को बनाए रखते हुए अपनी सांस्कृतिक जड़ों से जुड़ने का एक तरीका है।''
जब उनसे पूछा गया कि क्या पोलो गेम, जिसमें उनके परिवार ने बहुत योगदान दिया है, को आम आदमी तक पहुंचाया जाना चाहिए, उन्होंने कहा: "यह खेल अब शाही परिवारों तक ही सीमित नहीं है क्योंकि इसे पेशेवर, सेना के जवान और अन्य लोग भी खेलते हैं।"
उन्होंने कहा, ''मैं इसे शाही खेल नहीं मानता। आज के समय में खेल से कोई भी जुड़ सकता है। वास्तव में, मुझे अच्छा लगेगा अगर अधिक लोग इस खेल से जुड़ें और इसलिए हमने राजस्थान पोलो क्लब में एक पोलो स्कूल शुरू किया है और अपने कुछ घोड़े स्कूल को दान कर दिए हैं। हमें खिलाड़ियों को पोलो सीखने में मदद करने का मौका मिल रहा है और उम्मीद है कि हम अपने देश के लिए नए और रोमांचक पोलो खिलाड़ी तैयार कर सकेंगे।''
राजस्थान, मध्य प्रदेश और दिल्ली के मीडिया छात्र सक्षम संचार फाउंडेशन के प्रयासों से सिटी पैलेस जयपुर में एकत्र हुए थे, जो मीडिया क्षेत्रों में ग्रामीण और छोटे शहरों को प्रशिक्षण देकर मीडिया शिक्षा को देश के सुदूर कोने तक ले जाने का काम करता है।
इस संगठन के माध्यम से छात्रों को ऐतिहासिक स्मारकों, यात्रा आकर्षणों पर ले जाया जाता है और गणमान्य व्यक्तियों का साक्षात्कार कराया जाता है ताकि उन्हें जमीनी स्तर पर सीखने के अवसर मिले।
--आईएएनएस
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