पटना, 20 सितंबर (आईएएनएस)। भाकपा (माले) के महासचिव दीपंकर भट्टाचार्य ने कहा कि महिला आरक्षण बिल तत्काल प्रभाव से लागू होना चाहिए और आगामी लोकसभा चुनाव में महिलाओं को इसका फायदा मिलना चाहिए, लेकिन मोदी सरकार केवल चुनावी कार्ड खेलना चाहती है।पटना में एक प्रेस वार्ता में उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण बिल के बारे में कहा गया है कि यह जनगणना और तदनुरूप परिसीमन के बाद लागू होगा। महिला आरक्षण बिल का नाम 'नारी शक्ति वंदन अधिनिमयम' दिया गया है, यह देश व महिलाओं को मूर्ख बनाने का काम है।
उन्होंने कहा कि महिला आरक्षण लागू करने के लिए जनगणना की कोई जरूरत नहीं है। यह फैक्ट है कि 50 प्रतिशत आबादी का प्रतिनिधित्व बहुत कम है। यदि सरकार चुनावी कार्ड नहीं खेलना चाहती तो वह 2024 के चुनाव में ही लागू हो जाता।
भट्टाचार्य ने कहा कि तीन तलाक पर पीठ थपथपाने वाली सरकार मुस्लिम महिलाओं के आरक्षण पर कुछ नहीं बोल नहीं रही है। बिल में संपूर्णता में विभिन्न तबकों का प्रतिनिधत्व दिखना चाहिए।
उन्होंने सवाल उठाया कि जनगणना आखिर क्यों नहीं हुई। जी20 की बैठक में शामिल देशों में भारत को छोड़कर कोविड के बाद लगभग सभी देशों ने जनगणना का कार्य करवाया है, पता नहीं भारत में यह कब होगा।
जी20 के बाद कनाडा हो या आस्ट्रेलिया हर किसी से भारत के रिश्ते बिगड़ रहे हैं। मोदी सरकार के झूठ का पर्दाफाश हो गया है। हमारी मांग है कि सरकार इसपर ध्यान दे और राजनयिक पहल करते हुए इन रिश्तों में सुधार लाए।
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