💎 आज के बाजार में सबसे स्वस्थ कंपनियों को देखेंशुरू करें

न्याय प्रणाली को दोषियों को दंडित करने और निर्दोषों की रक्षा के बीच संतुलन बनाना होगा : केरल हाईकोर्ट

प्रकाशित 22/09/2023, 02:57 am
न्याय प्रणाली को दोषियों को दंडित करने और निर्दोषों की रक्षा के बीच संतुलन बनाना होगा : केरल हाईकोर्ट

कोच्चि, 21 सितंबर (आईएएनएस)। केरल उच्च न्यायालय ने कहा कि आपराधिक न्याय प्रणाली को दोषियों को दंडित करने और निर्दोषों की रक्षा करने के बीच संतुलन बनाना होगा, क्योंकि इसने दो पुरुषों द्वारा दायर दो अग्रिम जमानत याचिकाओं पर विचार किया, जिन पर उनकी अलग हुईं पत्नियों ने उनकी नाबालिग बेटियों के साथ दुष्‍कर्म का आरोप लगाया था। दोनों आरोपियों ने दलील दी कि उनकी पत्नियों ने पतियों को उनके बच्चों की कस्टडी से वंचित करने के लिए झूठा मामला दर्ज कराया है।

दलीलों पर गौर करने के बाद अदालत ने यह पाते हुए कि उसके खिलाफ प्रथम दृष्टया मामला बनता है, एक आरोपी की अग्रिम जमानत याचिका खारिज कर दी।

दूसरे मामले में पुलिस ने बताया कि मामले को बंद कर दिया जाएगा, क्योंकि आरोपों के समर्थन में आरोपी के खिलाफ कोई सबूत नहीं मिला और इसलिए उसे गिरफ्तार नहीं किया जाएगा।

हालांकि, इन मामलों पर फैसले से पहले अदालत ने माना था कि आपराधिक प्रक्रिया संहिता (सीआरपीसी) की धारा 438 (4) दुष्‍कर्म के आरोपी व्यक्तियों को पूर्व-गिरफ्तारी या अग्रिम जमानत देने पर "पूर्ण" रोक नहीं लगाती है।

सीआरपीसी की धारा 438 (4) कहती है कि किसी बच्‍ची के साथ दुष्‍कर्म के आरोपी को गिरफ्तारी से जुड़े किसी भी मामले में अग्रिम जमानत नहीं दी जा सकती, क्‍योंकि वह धारा 376 (3), 376-एबी, 376-डीए और धारा 376-बीडी के तहत दंड का भागी माना जाएगा।

अदालत ने बताया कि बच्चियों से दुष्‍कर्म के कई मामले "स्पष्ट रूप से झूठे" होते हैं और केवल निर्दोष व्यक्तियों को फंसाने के लिए दर्ज किए जाते हैं।

अदालत ने कहा, "यदि सीआरपीसी की धारा 438(4) में निहित गिरफ्तारी पूर्व जमानत के प्रावधान के बहिष्कार को पूर्ण माना जाता है, तो उन निर्दोष व्यक्तियों को कोई सुरक्षा उपलब्ध नहीं होगी, जिनके खिलाफ झूठे और प्रेरित आरोप लगाए गए हैं। निर्दोष की रक्षा करना भी उतना ही महत्वपूर्ण है, जितना दोषियों को दोषी ठहराना।”

--आईएएनएस

एसजीके

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित