40% की छूट पाएं
नया! 💥 प्राप्त करें प्रोपिक्स जो रणनीति देखने के लिए जिसने S&P 500 को 1,183%+ से हराया है40% की छूट क्लेम करें

एनआईए ने गुरुग्राम के गैंगस्टर कौशल चौधरी व अर्श दल्ला के बीच संबंधों का किया खुलासा

प्रकाशित 01/10/2023, 04:44 pm
एनआईए ने गुरुग्राम के गैंगस्टर कौशल चौधरी व अर्श दल्ला के बीच संबंधों का किया खुलासा

नई दिल्ली, 1 अक्टूबर (आईएएनएस) । गैंगस्टर लॉरेंस बिश्नोई और दविंदर बांभिया के पाकिस्तान के आईएसआई और खालिस्तानी अलगाववादियों के साथ संबंधों के चौंकाने वाले खुलासे के बाद, राष्ट्रीय जांच एजेंसी (एनआईए) ने कुख्यात कौशल चौधरी गिरोह (विशेष रूप से हरियाणा में सक्रिय) के वांछित खालिस्तानी समर्थक व बंबीहा गैंग से जुड़ेे खालिस्तान टाइगर फोर्स (केटीएफ) का सदस्य अर्शदीप सिंह गिल, उर्फ अर्श दल्ला के बीच संबंधों का भी खुलासा किया है।

गौरतलब है कि लॉरेंस बिश्नोई और कौशल चौधरी गिरोह ऐतिहासिक रूप से प्रतिद्वंद्वी रहे हैं।

आतंकवादी हरविंदर सिंह संधू उर्फ रिंदा के साथ बिश्नोई के संबंध और दल्ला के साथ चौधरी का संबंध कथित तौर पर पाकिस्तान आईएसआई और खालिस्तानी समर्थकों द्वारा बनाए गए कनेक्शन के एक जटिल जाल पर प्रकाश डालता है, जिसका संचालन राष्ट्रीय सीमाओं से परे तक फैला हुआ है।

बिश्नोई और चौधरी दोनों सलाखों के पीछे और न्यायिक हिरासत में हैं।

गौरतलब है कि कौशल चौधरी ने 2016 में कुख्यात गैंगस्टर देवेन्द्र बंबीहा को गुरुग्राम में पनाह दी थी। इसके बाद, देवेन्द्र बंबीहा की आरोपी कौशल चौधरी के गिरोह के साथ घनिष्ठता हो गई और दोनों एक साथ काम करने लगे। इसका खुलासा एनआईए की चार्जशीट और जांच में हुआ।

एनआईए के आरोप पत्र में कहा गया है कि “आतंकवादी सिंडिकेट/गिरोह के प्रमुख सदस्य अर्श दल्ला, गौरव पटयाल उर्फ सौरव ठाकुर उर्फ लकी, सुखदूल सिंह आदि के नेटवर्क कनाडा, अमेरिका, यूरोप, मध्य पूर्व, थाईलैंड, दुबई, फिलीपींस आदि में हैं। जांच में पता चला है कि उनके जेल स्थित सहयोगियों जैसे भूपी राणा, सुखप्रीत सिंह उर्फ बुड्डा, कौशल चौधरी, अमित डागर आदि ने अपने प्रभाव क्षेत्र को बढ़ाने के लिए विदेशों में अपने स्वयं के नियंत्रण कक्ष स्थापित किए हैं।“

तृतीय पक्ष विज्ञापन। Investing.com द्वारा कोई प्रस्ताव या अनुशंसा नहीं। यहां प्रकटीकरण देखें या विज्ञापन हटा दें

एनआईए की चार्जशीट में कहा गया है, “अमित डागर और कौशल चौधरी के पास सिंडिकेट/गिरोह को चलाने के लिए अलग-अलग देशों में उनके सहयोगी दिनेश गांधी, दलेर कोट, नीरज पंडित आदि हैं।”

एनआईए की चार्जशीट ने जेल में बंद गैंगस्टर भूपी राणा और उसके शौकी राणा के संबंधों को और उजागर किया, जो वहां से अपना काम देखने के लिए विदेश में बैठा है।

एनआईए ने अपने आरोप पत्र में दावा किया, "विदेश में स्थित आरोपी कानून प्रवर्तन एजेंसियों से बचने के लिए वर्चुअल मोबाइल नंबरों का उपयोग करके सिंडिकेट का संचालन कर रहे हैं, जबकि भारतीय जेलों में बंद आरोपी मोबाइल फोन के माध्यम से सिंडिकेट संचालन चला रहे हैं।"

चार्जशीट के मुताबिक,“जांच से पता चला है कि अप्रैल 2020 में, अमित डागर, जो कौशल चौधरी-अमित डागर गिरोह का सदस्य है, जब वह रोहिणी जेल में बंद था, उसने फरार आरोपी दिनेश शर्मा उर्फ गांधी की मदद से व्हाट्सएपगौरव पटियाल से संपर्क किया।“

सूत्रों ने बताया कि डागर ने गौरव पट्याल को गैंग का प्रभाव क्षेत्र बढ़ाने के लिए कहा था।

एनआईए की जांच में यह भी खुलासा हुआ है कि लॉरेंस बिश्नोई गैंग द्वारा साल 2018 में गुरुग्राम में घुसकर कौशल चौधरी और अमित डागर की हत्या की योजना बनाई गई थी।

चार्जशीट में कहा गया है, “इस प्रकार, कौशल चौधरी और अमित डागर ने भी पंजाब स्थित गिरोह के साथ हाथ मिलाने का फैसला किया, जिनकी लॉरेंस बिश्नोई गिरोह के साथ प्रतिद्वंद्विता थी। इसलिए, आरोपी अमित डागर ने बंबीहा गिरोह के पंजाब स्थित अपराधी गौरव पटयाल और फतेह नगरी के साथ मिलकर काम करना शुरू कर दिया।”

तृतीय पक्ष विज्ञापन। Investing.com द्वारा कोई प्रस्ताव या अनुशंसा नहीं। यहां प्रकटीकरण देखें या विज्ञापन हटा दें

कौशल चौधरी, जो पहले से ही गौरव पटयाल और सुखप्रीत सिंह उर्फ बुड्डा से परिचित था, उनकी मुलाकात दुबई में हुई थी।

बाद में कौशल चौधरी बंबीहा गिरोह के फतेह नगरी के संपर्क में आया, जबकि दोनों संगरूर जेल में बंद थे। कुछ समय बाद आरोपी नवीन बाली और सुनील बालियान उर्फ टिल्लू ताजपुरिया (अब मृतक) भी गौरव पटयाल के संपर्क में आए।

“वर्ष 2021 में, जब अमित डागर सेंट्रल जेल, तिहाड़ में बंद था, तो उसकी दोस्ती बंबीहा गिरोह के सहयोगी आरोपी भूपिंदर सिंह उर्फ भूपी राणा से हो गई। इस प्रकार वर्ष 2021 तक बंबीहा गैंग के मुख्य साथी गैंग के संपर्क में आ चुके थे।

दिल्ली, हरियाणा, राजस्थान आदि में काम करना शुरू कर दिया और अपने प्रभाव क्षेत्र व संचालन को बढ़ाने के इरादे से अपनी योजनाओं को क्रियान्वित करने के लिए मिलकर काम करना शुरू कर दिया। आरोप पत्र में कहा गया है कि जेलों से मोबाइल फोन का उपयोग करके उनकी मुलाकात और लगातार बातचीत के कारण कई बड़ी घटनाएं हुईं।

एनआईए सूत्रों के अनुसार, कौशल चौधरी के गिरोह के सदस्यों को अजय जैलदार, जॉनी उर्फ हंस, इंदर, देवेंदर नुहानी (भिवाड़ी और गुरुग्राम में हरीश बेकरी के मालिक और डॉ. एसपी यादव, सभी गुरुग्राम के निवासी) को खत्म करने का काम सौंपा गया था।

एनआईए की चार्जशीट में यह भी दावा किया गया है कि दल्ला ने गैंगस्टरों को मशहूर पंजाबी गायक मनकीरत सिंह औलख, आरएसएस नेता नरेश कुमार और शिव सेना हिंद नेता अमित अरोड़ा को खत्‍म करने का काम सौंपा।

एनआईए के अनुसार, कौशल और अमित दोनों व्यापारियों से जबरन वसूली/धमकी/हत्या, गायकों, व्यापारियों और खिलाड़ियों के बीच आतंक पैदा करने और उनके लिए हथियारों की व्यवस्था करने में शामिल थे।

तृतीय पक्ष विज्ञापन। Investing.com द्वारा कोई प्रस्ताव या अनुशंसा नहीं। यहां प्रकटीकरण देखें या विज्ञापन हटा दें

अधिकारियों ने कहा कि ये दोनों अपराधोंं आतंकवादी गत‍िव‍िधि‍यों का अंजाम देने के लिए विदेश में ठिकाना बनाए आतंकवादियों के साथ संपर्क मेें भी रहे।

--आईएएनएस

सीबीटी

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित