नई दिल्ली, 20 अक्टूबर (आईएएनएस)। पैसे लेकर संसद में सवाल पूछने के मामले में टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ शिकायत करने वाले भाजपा सांसद निशिकांत दुबे और एडवोकेट जय अनंत देहाद्राई ने लोक सभा सचिवालय को यह बता दिया है कि वह ऐथिक्स कमेटी के बुलावे पर 26 अक्टूबर को कमेटी के सामने पेश होकर इस मामले में सारे सबूत और साक्ष्य रखने को तैयार हैं। आईएएनएस के साथ खास बातचीत करते हुए लोक सभा ऐथिक्स कमेटी के चेयरमैन विनोद सोनकर ने बताया कि सांसद निशिकांत दुबे और एडवोकेट जय अनंत देहाद्राई 26 अक्टूबर को कमेटी के सामने पेश होकर इस मामले में सारे सबूत और साक्ष्य देने के लिए सहमत हो गए हैं।
विनोद सोनकर ने आगे यह भी बताया कि कमेटी महुआ मोइत्रा को भी अपना पक्ष रखने का मौका देगी और इसके लिए उन्हें भी भविष्य में कमेटी के सामने अपना पक्ष रखने के लिए बुलाया जाएगा।
आईएएनएस से बातचीत के दौरान विनोद सोनकर ने यह भी बताया कि दर्शन हीरानंदानी का एफिडेविट भी कमेटी को प्राप्त हो गया है। उन्होंने इस आरोप को बहुत गंभीर बताते हुए कहा कि कमेटी गहराई के साथ सारे तथ्यों, सबूतों, आरोपों, पत्रों और एफिडेविट की जांच करने के बाद ही किसी नतीजे पर पहुंचेगी।
दरअसल, लोक सभा अध्यक्ष ओम बिरला ने भाजपा सांसद निशिकांत दुबे द्वारा टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ पैसे और गिफ्ट लेकर सदन में सवाल पूछने को लेकर की गई शिकायत को जांच के लिए सदन की ऐथिक्स कमेटी को भेज दिया था।
ऐथिक्स कमेटी ने टीएमसी सांसद महुआ मोइत्रा के खिलाफ शिकायत करने वाले भाजपा सांसद निशिकांत दुबे को 26 अक्टूबर को मौखिक साक्ष्य देने के लिए बुलाया हुआ है। इसी मामले में महुआ मोइत्रा पर आरोप लगाने वाले एडवोकेट जय अनंत देहाद्राई को भी कमेटी ने 26 अक्टूबर को ही मौखिक साक्ष्य देने के लिए बुलाया हुआ है।
आपको बता दें कि भाजपा सांसद विनोद सोनकर लोक सभा की ऐथिक्स कमेटी के चेयरपर्सन हैं। भाजपा के अलावा कांग्रेस, शिवसेना, बसपा, सीपीएम, वाईएसआर कांग्रेस और जेडीयू के सांसद भी इस कमेटी के सदस्य हैं।
--आईएएनएस
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