नई दिल्ली, 24 अक्टूबर (आईएएनएस)। स्विस महिला के शव का पोस्टमार्टम अभी तक नहीं किया गया है, क्योंकि केवल मृत महिला के परिवार के सदस्य ही शव परीक्षण करने के लिए अपनी मंजूरी दे सकते हैं।सूत्रों ने कहा कि पुलिस ने स्विस दूतावास को सूचित कर दिया है और मृत महिला के परिवार का पता लगाने में जुटी है, हालांकि, अभी तक कोई अपडेट नहीं मिला है।
पोस्टमार्टम अत्यंत महत्वपूर्ण है, क्योंकि यह मौत का कारण बताएगा और पुलिस को आरोपी जनकपुरी निवासी गुरप्रीत सिंह द्वारा जांचकर्ताओं को दिए गए बयान की पुष्टि करने में भी मदद करेगा।
नीना बर्जर, जो शायद स्विट्जरलैंड की रहने वाली थी, की दिल्ली में कथित तौर पर गला घोंटकर हत्या कर दी गई। उसके हाथ और पैर धातु की चेन से बांध दिए गए और बाद में उसके शरीर को एक काले प्लास्टिक बैग के अंदर लपेटकर सड़क के किनारे फेंक दिया गया था।
इस भयावह अपराध के लिए पुलिस ने गुरप्रीत को गिरफ्तार कर लिया, जिसने खुद को स्विस नागरिक का प्रेमी बताया था।
नीना बर्जर के जीवन का दुखद अंत तब हुआ, जब उसका शव 20 अक्टूबर को पश्चिमी दिल्ली के एक स्कूल के पास पाया गया। शुरुआत में, मुख्य आरोपी सिंह के बयानों में विसंगतियां थीं, जिसे बाद में गिरफ्तार किया गया।
हत्या को लेकर सिंह के बयान बदलते रहे।
जांच के दौरान, पुलिस ने सिंह के कब्जे से नीना के पासपोर्ट और वीजा सहित विभिन्न दस्तावेज बरामद किए।
सिंह से पूछताछ के अनुसार, वह 2021 में अपनी स्विट्जरलैंड यात्रा के दौरान वह नीना से मिला था और उनकी दोस्ती एक करीबी रिश्ते में बदल गई थी। सिंह अक्सर नीना के करीब रहने के लिए स्विट्जरलैंड जाता था। समय के साथ उसने उससे शादी करने की इच्छा जताई था, लेकिन नीना ने उसके प्रस्ताव को अस्वीकार कर दिया।
नीना 11 अक्टूबर को ज्यूरिख से दिल्ली पहुंची थीं और एक होटल में ठहरी थीं। हालांकि, जैसे-जैसे आरोपी गुरप्रीत से पूछताछ जारी रही, यह स्पष्ट हो गया कि वह अधिकारियों को गुमराह करने का प्रयास कर रहा था।
गुरप्रीत ने शुरू में दावा किया कि हत्या में दो अन्य व्यक्ति शामिल थे, लेकिन कुछ ही घंटों में उसने खुद ही नीना की हत्या करने की बात कबूल कर ली। इन विरोधाभासी बयानों के चलते पुलिस ने गुरप्रीत का साइको-एनालिसिस टेस्ट कराने का फैसला किया।
गौरतलब है कि पुलिस को गुरप्रीत के जनकपुरी स्थित आवास पर 2 करोड़ रुपये से अधिक नकदी मिली थी।
आगे की जांच में गुरप्रीत के बैंक खाते के माध्यम से पर्याप्त वित्तीय लेनदेन का पता चला, जिससे जांचकर्ताओं को आयकर अधिकारियों को सूचित करना पड़ा। इन उच्च-मूल्य के लेनदेन और बेहिसाब नकदी ने संदेह पैदा किया कि मामला मानव तस्करी से संबंधित हो सकता है, या संभवतः, नीना ऐसे आपराधिक ऑपरेशन का हिस्सा थी या वह पीड़िता थी।
गुरप्रीत ने एक महिला के नाम पर दूसरी कार खरीदी थी, जिसके बारे में उसका दावा था कि वह एक सेक्स वर्कर थी, लेकिन पुलिस अभी भी महिला का पता लगाने की कोशिश कर रही है।
--आईएएनएस
एसजीके