iGrain India - नई दिल्ली । चालू वित्त वर्ष (2023-24) के आरंभिक सात महीनों में यानी अप्रैल-अक्टूबर 2023 के दौरान भारत में मसूर का आयात उछलकर 7,86,785 टन के उच्च स्तर पर पहुंच जाने का अनुमान है जो वर्ष 2022 की समान अवधि के आयात 3,65,495 टन के दोगुने से भी ज्यादा है। इससे पूर्व अप्रैल-अक्टूबर 2021 के दौरान देश में 4,35,342 टन मसूर का आयात किया गया था।
उपलब्ध आंकड़ों के अनुसार चालू वित्त वर्ष के दौरान अप्रैल में 66,447 टन, मई में 61,999 टन, जून में 1,70,176 टन, जुलाई में 1,67,803 टन तथा अगस्त में 1,44,128 टन मसूर का आयात हुआ जबकि सितम्बर में 69,930 टन तथा अक्टूबर में 1,06,301 टन के आयात का अनुमान है।
इसके मुकाबले वित्त वर्ष 2022-23 की सम्पूर्ण अवधि (अप्रैल-मार्च) के दौरान देश में कुल 8,58,438 टन मसूर का आयात किया था।
इसके तहत अप्रैल 2022 में 4434 टन, मई में 16,113 टन, जून में 45,951 टन, जुलाई में 39,711 टन, अगस्त में 1,01,249 टन, सितम्बर में 74,458 टन, अक्टूबर में 83,579 टन, नवम्बर में 67,757 टन दिसम्बर में 91,739 टन, जनवरी 2023 में 1,00,905 टन, फरवरी में 1,07,617 टन तथा मार्च 2023 में 1,24,925 टन मसूर का आयात शामिल था।
2021-22 के सम्पूर्ण वित्त वर्ष में 6,67,431 टन, 2020-21 में 11,16,174 टन तथा 2019-20 में 8,54,460 टन मसूर का आयात हुआ था जबकि 2023-24 के वित्त वर्ष में इसका आयात उछलकर एक नए रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच जाने की उम्मीद है।
सितम्बर 2023 के दौरान कनाडा से 39,189 टन, ऑस्ट्रेलिया से 27,532 टन, तुर्की से 146 टन, रूस से 2936 टन एवं श्रीलंका से 127 टन सहित कुल 69,930 टन मसूर का आयात होने का अनुमान है।
इसका शिपमेंट चेन्नई बंदरगाह पर 22,574 टन, जेएनपीटी पर 15,346 टन, कोलकाता पर 22,138 टन, तूतीकोरिन पर 8648 टन तथा मूंदड़ा बंदरगाह पर 376 टन हुआ। अक्टूबर में कनाडा से 44687 टन एवं ऑस्ट्रेलिया से 53,208 टन मसूर का आयात होने का अनुमान है।