मुंबई, 3 जनवरी (आईएएनएस)। कमजोर वैश्विक संकेतों और दिसंबर में भारत के पीएमआई विनिर्माण में 18 महीने के निचले स्तर 54.9 पर लुढ़ने के कारण घरेलू इक्विटी में मुनाफावसूली देखी जा रही है। मोतीलाल ओसवाल फाइनेंशियल सर्विसेज के रिटेल रिसर्च प्रमुख सिद्धार्थ खेमका ने ये बात कही।निफ्टी में लगातार दूसरे दिन गिरावट रही और यह 140 अंक लुढ़क कर 21,517.35 पर बंद हुआ, जबकि सेंसेक्स 536 अंक फिसलकर 71,356.6 पर आ गया।
सेक्टर के हिसाब से देखें तो रियल्टी, पीएसयू बैंक और फार्मा शेयरों में खरीदारी मिली जुली रही।
पीएनबी (NS:PNBK) और बैंक ऑफ महाराष्ट्र के प्रभावशाली वित्तीय वर्ष 2024 की तीसरी तिमाही अपडेट ने पीएसयू बैंक इंडेक्स को 2 प्रतिशत बढ़ा दिया।
खेमका ने कहा कि सरकार द्वारा अमृत भारत ट्रेनों का उत्पादन बढ़ाने की घोषणा के बाद रेलवे शेयरों में तेजी आई। बीएसई पर इरकॉन 7.4 प्रतिशत बढ़कर 187.10 रुपये पर था।
वैश्विक स्तर पर, अमेरिकी विनिर्माण डेटा में संकुचन देखने के बाद निवेशक सतर्क हैं। इसके अलावा,, बुधवार को एफओएमसी मीटिंग मिनट्स और यूएस जॉब डेटा जारी होनी है, निवेशक उसका इंतजार कर रहे हैं।
उन्होंने कहा, "कुल मिलाकर, हम उम्मीद करते हैं कि तिमाही नतीजे शुरू होने से पहले बाजार मजबूत होगा और थोड़ा विराम लेगा।"
एलकेपी सिक्योरिटीज के वरिष्ठ तकनीकी विश्लेषक रूपक डे ने कहा कि निफ्टी 21,650 के समर्थन स्तर से नीचे चला गया।
--आईएएनएस
एसकेपी