नई दिल्ली, 4 जून (आईएएनएस)। देश का कुल खाद्यान्न उत्पादन 2023-24 में 3,288.52 लाख टन होने का अनुमान है, जो पिछले पांच वर्षों (2018-19 से 2022-23) के औसत खाद्यान्न उत्पादन 3,077.52 लाख टन से 211 लाख टन अधिक है। कृषि मंत्रालय ने मंगलवार को तीसरे अग्रिम अनुमान में बताया कि हालांकि 2022-23 की तुलना उत्पादन में मामूली कमी आई है।मंत्रालय ने 2023-24 में अनियमित मानसून को अनाज उत्पादन में गिरावट का कारण बताया है जिससे कुछ फसलें प्रभावित हुई थीं।
हालांकि, विशेषज्ञों के अनुसार, यह तथ्य कि कुल उत्पादन पांच साल के औसत से अधिक है, देश के कृषि क्षेत्र में लचीलापन दर्शाता है।
तीसरे अग्रिम अनुमान के अनुसार, 2023-24 में कुल चावल उत्पादन 1,367.00 लाख टन होने का अनुमान है, जबकि 2022-23 में यह 1,357.55 लाख टन था। गेहूं का उत्पादन 1,129.25 लाख टन होने का अनुमान है, जो पिछले वर्ष के इसी आंकड़े की तुलना में 23.71 लाख टन अधिक है।
श्री अन्न (बाजरा) का उत्पादन 174.08 लाख टन होने का अनुमान है, जो 2022-23 की तुलना में 87 हजार टन की मामूली वृद्धि को दर्शाता है।
पोषक/मोटे अनाज का उत्पादन 547.34 लाख टन अनुमानित है, जो पांच साल के औसत उत्पादन की तुलना में 46.24 लाख टन अधिक है।
वर्ष के दौरान दलहनों का उत्पादन बढ़ा है। तुअर का उत्पादन 33.85 लाख टन अनुमानित है, जो 2022-23 में 33.12 लाख टन की तुलना में 0.73 लाख टन अधिक है। मसूर का उत्पादन 17.54 लाख टन अनुमानित है, जो पिछले वर्ष के 15.59 लाख टन की तुलना में 1.95 लाख टन अधिक है।
सोयाबीन का उत्पादन 130.54 लाख टन, और रेपसीड तथा सरसों का उत्पादन 131.61 लाख टन अनुमानित है, जो पिछले वर्ष के उत्पादन की तुलना में 5.18 लाख टन अधिक है।
आंकड़ों के अनुसार, कपास का उत्पादन 325.22 लाख गांठ (प्रत्येक 170 किलोग्राम) और गन्ने का उत्पादन 4425.22 लाख टन होने का अनुमान है।
--आईएएनएस
एकेजे/