कोलंबो, 23 मार्च (आईएएनएस)। विदेशी मुद्रा भंडार की भयंकर कमी से जूझ रहे श्रीलंका के सेंट्रल बैंक ने विदेशी मुद्रा के लेनदेन पर लगा प्रतिबंध हटा लिया है।सेंट्रल बैंक ने आयातकों को बड़ी राहत देते हुये बैंकों को अनुमति दी है कि अब वे विदेशी मुद्रा की अग्रिम खरीद -बिक्री कर सकते हैं।
चीन की संवाद समिति शिन्हुआ ने यह जानकारी दी है। विदेशी मुद्रा की अग्रिम यानी फॉरवर्ड खरीद-बिक्री के तहत दो पक्ष भविष्य में किसी खास समय के लिये दो मुद्राओं के बीच निर्धारित दर पर लेनदेन तय करते हैं।
ऐसा माना जा रही है सेंट्रल बैंक के इस कदम से देश में जारी सभी वस्तुओं की भारी किल्लत कम होगी।
सेंट्रल बैंक ने गत साल 25 अप्रैल को वाणिज्यिक बैंकों पर अग्रिम लेनदेन के लिये ग्राहकों को डॉलर बेचने से रोक दिया था। इसके कारण आयातकों को विदेश से सामान मंगाने में काफी कटिनाई का सामना करना पड़ रहा था।
गौरतलब है कि श्रीलंका में विदेशी मुद्रा भंडार की इतनी कमी हो गयी है कि वह कच्चे तेल का आयात भी नहीं कर पा रहा है। ईंधन की कमी के कारण श्रीलंका के उद्योग ठप पड़ गये हैं, अधिकतर बसें चलनी बंद हो गयीं हैं और बिजली संयंत्रों की हालत भी खस्ता हो गयी है।
अभी यहां हालात इतने बिगड़ गये हैं कि महंगाई चरम पर पहुंच गयी है। पेपर की कमी के कारण छात्रों की परीक्षा रद्द करनी पड़ रही है और सभी आवश्यक चीजों के दाम आसमान छूने लगे हैं।
श्रीलंका से इस आर्थिक संकट से उबरने के लिये भारत और चीन से मदद मांगी थी। भारत ने श्रीलंका को एक अरब डॉलर का ऋण दिया है जबकि चीन ढाई अरब डॉलर ऋण मुहैया कराने पर विचार कर रहा है।
--आईएएनएस
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