नयी दिल्ली, 23 मार्च (आईएएनएस)। शुरूआती तेजी में खुला घरेलू शेयर बाजार वाहन, बैंकिंग और वित्त क्षेत्र की कंपनियों में हुई भारी बिकवाली के दबाव में बुधवार को लाल निशान में बंद हुए।बीएसई का 30 शेयरों वाला संवेदी सूचकांक सेंसेक्स 0.5 प्रतिशत यानी 304 अंक की गिरावट में 57,685 अंक पर और नेशनल स्टॉक एक्सचेंज का निफ्टी 0.4 प्रतिशत यानी 70 अंक की गिरावट में 17,246 अंक पर बंद हुआ।
निफ्टी में ऑटो समूह के सूचकांक में सर्वाधिक गिरावट रही। सत्र के दौरान इसमें 1.04 प्रतिशत की गिरावट दर्ज की गयी।
निफ्टी में सर्वाधिक नुकसान कोटक महिंद्रा (NS:KTKM) बैंक, एचडीएफसी (NS:HDFC), ब्रिटानिया (NS:BRIT), भारती एयरटेल और सन फार्मा (NS:SUN) ने उठाया।
रेलीगेयर ब्रोकिंग के शोध उपाध्यक्ष अजीत मिश्रा ने कहा, मिश्रित वैश्विक संकेतों के कारण बाजार में करीब आधी फीसदी की गिरावट आयी है। शुरूआती तेजी के बाद शेयर बाजार में तेज गिरावट शुरू हो गयी और अंतत: यह गिरावट में बंद हुआ। अमेरिकी फेडरल रिजर्व ने ब्याज दरों में तेज बढ़ोतरी के संकेत दिये हैं जिससे निवेशकों का उत्साह ठंडा रहा।
उन्होंने कहा कि यूक्रेन में जारी युद्ध से भी निवेश धारणा कमजोर बनी हुई है। ऐसी हालत में उन क्षेत्रों में ही निवेश करना सही है, जो अच्छा प्रदर्शन कर रहे हैं लेकिन उसमें भी अतिउत्साही होने से बचना चाहिये।
जियोजीत फाइनेंशियल सर्विसेज के शोध प्रमुख विनोद नायर ने कहा कि शुरूआती तेजी के बाद बाजार में सतर्कता देखी गयी। आपूर्ति बाधा के कारण महंगाई का दबाव बना हुआ है। कोरोना संक्रमण के मामलों में तेजी आने से लागत बढ़ रही है और मांग कम हो रही है जिससे कंपनियों की आमदनी प्रभावित हो रही है।
--आईएएनएस
एकेएस/आरजेएस