🌎 35+ देशों के 150K+ निवेशकों से जुड़ें जो बेहतरीन रिटर्न के साथ एआई-संचालित स्टॉक पिक्स का एक्सेस प्राप्त करते हैंअभी अनलॉक करें

भारत बनेगा दुनिया का सेमीकंडक्टर हब, 2.36 लाख करोड़ रुपये के निवेश से लगने जा रहे 6 मैन्युफैक्चरिंग प्लांट

प्रकाशित 08/09/2024, 10:16 pm
© Reuters.  भारत बनेगा दुनिया का सेमीकंडक्टर हब, 2.36 लाख करोड़ रुपये के निवेश से लगने जा रहे 6 मैन्युफैक्चरिंग प्लांट
MU
-
TSEM
-
TSEM
-
ADEL
-
ADAN
-
CGPO
-
PGRD
-
TTCH
-
TATA
-
TCS
-
TTEX
-
TACN
-
TEML
-
TAMO
-
TVEL
-
ADAI
-
ADNA
-
ADAG
-

नई दिल्ली, 8 सितंबर (आईएएनएस)। केंद्र सरकार की कोशिश भारत को दुनिया का सेमीकंडक्टर हब बनाना है। भविष्य में सेमीकंडक्टर की बढ़ती हुई भूमिका को देखते हुए वैश्विक और घरेलू कंपनियों द्वारा बड़े स्तर पर इस सेक्टर में निवेश किया जा रहा है। केंद्र और राज्य सरकारों की ओर से देश में अब तक 6 सेमीकंडक्टर प्लांट्स को मंजूरी दी जा चुकी है। इन छह सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग प्लांट्स में अलग-अलग कंपनियों द्वारा करीब 2.36 लाख करोड़ रुपये का निवेश किया जा रहा है।

अदाणी ग्रुप और टावर सेमीकंडक्टर प्लांट : भारत के अदाणी ग्रुप और इजराइल की कंपनी टावर सेमीकंडक्टर की ओर से महाराष्ट्र के रायगढ़ जिले के पनवेल में स्थापित किए जा रहे सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग प्रोजेक्ट को हाल ही में महाराष्ट्र सरकार की ओर से अनुमति मिली है। इस प्रोजेक्ट में कुल दो चरणों के तहत 83,947 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। प्रोजेक्ट का पहला चरण पूरा होने पर इसकी उत्पादन क्षमता 40,000 वेफर्स प्रति महीने की होगी। वहीं, दूसरा चरण पूरा होने के बाद इसकी क्षमता 80,000 वेफर्स प्रति महीने की हो जाएगी।

माइक्रोन ओएसएटी प्लांट : अमेरिका की चिप बनाने वाली कंपनी माइक्रोन की ओर से गुजरात के साणंद जिले में करीब 23,000 करोड़ रुपये के निवेश से आउटसोर्सिंग असेंबली और टेस्टिंग यूनिट (ओएसएटी) प्लांट बनाया जा रहा है। यह भारत में स्थापित होने वाला पहला सेमीकंडक्टर प्लांट है। इस प्लांट में डीआरएएम और एनएएनडी उत्पादों की असेंबली और टेस्टिंग की जाएगी। इसमें बनी चिप की आपूर्ति घरेलू से साथ-साथ वैश्विक बाजारों में भी की जाएगी। यह प्लांट अगले साल के मध्य तक शुरू हो सकता है। इसके लिए केंद्र सरकार 50 प्रतिशत और गुजरात सरकार 20 प्रतिशत वित्तीय सहायता उपलब्ध करा रही है।

टाटा-पीएसएमसी सेमीकंडक्टर प्लांट : भारत का टाटा ग्रुप, ताइवानी कंपनी पावरचिप सेमीकंडक्टर मैन्युफैक्चरिंग कॉरपोरेशन (पीएसएमसी) के साथ मिलकर गुजरात के धोलेरा में सेमीकंडक्टर फैब्रिकेशन फैसिलिटी (फैब) का निर्माण कर रहा है। इसका उद्घाटन प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने मार्च 2024 में किया था। इस प्लांट में 91,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। इसमें होने वाले पूंजीगत खर्च में 50 प्रतिशत योगदान केंद्र सरकार देगी। इस प्लांट की उत्पादन क्षमता 50,000 वेफर्स प्रति महीने की होगी। धोरेला प्लांट से सेमीकंडक्टर का उत्पादन दिसंबर 2026 तक शुरू हो सकता है।

टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स सेमीकंडक्टर प्लांट : टाटा इलेक्ट्रॉनिक्स की ओर से असम के मोरीगांव के जगीरोड में एक ग्रीनफील्ड सेमीकंडक्टर असेंबली और टेस्टिंग सुविधा स्थापित की जा रही है। यह उत्तर पूर्व में लगने वाला पहला सेमीकंडक्टर प्लांट है। इस प्लांट में करीब 27,000 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा।

सीजी पावर साणंद ओएसएटी प्लांट : भारत की कंपनी सीजी पावर की ओर से जापान के रेनेसास इलेक्ट्रॉनिक्स कॉर्पोरेशन और थाईलैंड की स्टार्स माइक्रोइलेक्ट्रॉनिक्स के साथ मिलकर गुजरात के साणंद में अत्याधुनिक ओएसएटी प्लांट बनाया जा रहा है। इस प्लांट में अगले पांच वर्षों में करीब 7,600 करोड़ रुपये का निवेश किया जाएगा। इस प्लांट में कंज्यूमर इलेक्ट्रॉनिक्स, इंस्ट्रीयल उपकरण और 5जी टेक्नोलॉजी में उपयोग होने वाले सेमीकंडक्टर बनाए जाएंगे। इस प्लांट में करीब 1.5 करोड़ चिप प्रतिदिन बनाई जाएगी।

कायन्स सेमीकॉन प्लांट : कायन्स सेमीकॉन की ओर से गुजरात के साणंद में 3,307 करोड़ रुपये के निवेश से ओएसएटी प्लांट स्थापित किया जा रहा है। इस प्लांट में करीब 63 लाख चिप प्रतिदिन बनाई जाएगी। इस प्लांट को मंजूरी सितंबर की शुरुआत में कैबिनेट की ओर से दी गई थी।

केंद्र सरकार इंडिया सेमीकंडक्टर मिशन (आईएसएम) के तहत कंपनियों को सेमीकंडक्टर प्लांट लगाने पर 50 प्रतिशत की पूंजीगत सहायता दे रही है।

--आईएएनएस

एबीएस/एबीएम

नवीनतम टिप्पणियाँ

हमारा ऐप इंस्टॉल करें
जोखिम प्रकटीकरण: वित्तीय उपकरण एवं/या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेडिंग में आपके निवेश की राशि के कुछ, या सभी को खोने का जोखिम शामिल है, और सभी निवेशकों के लिए उपयुक्त नहीं हो सकता है। क्रिप्टो करेंसी की कीमत काफी अस्थिर होती है एवं वित्तीय, नियामक या राजनैतिक घटनाओं जैसे बाहरी कारकों से प्रभावित हो सकती है। मार्जिन पर ट्रेडिंग से वित्तीय जोखिम में वृद्धि होती है।
वित्तीय उपकरण या क्रिप्टो करेंसी में ट्रेड करने का निर्णय लेने से पहले आपको वित्तीय बाज़ारों में ट्रेडिंग से जुड़े जोखिमों एवं खर्चों की पूरी जानकारी होनी चाहिए, आपको अपने निवेश लक्ष्यों, अनुभव के स्तर एवं जोखिम के परिमाण पर सावधानी से विचार करना चाहिए, एवं जहां आवश्यकता हो वहाँ पेशेवर सलाह लेनी चाहिए।
फ्यूज़न मीडिया आपको याद दिलाना चाहता है कि इस वेबसाइट में मौजूद डेटा पूर्ण रूप से रियल टाइम एवं सटीक नहीं है। वेबसाइट पर मौजूद डेटा और मूल्य पूर्ण रूप से किसी बाज़ार या एक्सचेंज द्वारा नहीं दिए गए हैं, बल्कि बाज़ार निर्माताओं द्वारा भी दिए गए हो सकते हैं, एवं अतः कीमतों का सटीक ना होना एवं किसी भी बाज़ार में असल कीमत से भिन्न होने का अर्थ है कि कीमतें परिचायक हैं एवं ट्रेडिंग उद्देश्यों के लिए उपयुक्त नहीं है। फ्यूज़न मीडिया एवं इस वेबसाइट में दिए गए डेटा का कोई भी प्रदाता आपकी ट्रेडिंग के फलस्वरूप हुए नुकसान या हानि, अथवा इस वेबसाइट में दी गयी जानकारी पर आपके विश्वास के लिए किसी भी प्रकार से उत्तरदायी नहीं होगा।
फ्यूज़न मीडिया एवं/या डेटा प्रदाता की स्पष्ट पूर्व लिखित अनुमति के बिना इस वेबसाइट में मौजूद डेटा का प्रयोग, संचय, पुनरुत्पादन, प्रदर्शन, संशोधन, प्रेषण या वितरण करना निषिद्ध है। सभी बौद्धिक संपत्ति अधिकार प्रदाताओं एवं/या इस वेबसाइट में मौजूद डेटा प्रदान करने वाले एक्सचेंज द्वारा आरक्षित हैं।
फ्यूज़न मीडिया को विज्ञापनों या विज्ञापनदाताओं के साथ हुई आपकी बातचीत के आधार पर वेबसाइट पर आने वाले विज्ञापनों के लिए मुआवज़ा दिया जा सकता है।
इस समझौते का अंग्रेजी संस्करण मुख्य संस्करण है, जो अंग्रेजी संस्करण और हिंदी संस्करण के बीच विसंगति होने पर प्रभावी होता है।
© 2007-2024 - फ्यूजन मीडिया लिमिटेड सर्वाधिकार सुरक्षित